चेन्नई: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि राजीव गांधी हत्याकांड के दोषियों के प्रति उनके मन में कोई नफरत नहीं है और उनकी रिहाई पर अदालत को फैसला करना है. यूपीए के प्रचार अभियान की शुरूआत के लिए तमिलनाडु का दौरा कर रहे कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 1991 में उनके पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के दो पहलू थे.
राहुल गांधी ने कहा, ''एक तो निजी था, जिससे हम निपटे. दूसरा कानूनी मुद्दा था जो चल रहा है. कानून जो भी तय करे, हम उससे खुश हैं.'' उन्होंने कहा, ''हम लोगों को माफ कर रहे हैं किसी के प्रति हमारे मन में द्वेष भाव नहीं है, किसी के प्रति नफरत की भावना नहीं है और यह (उनकी रिहाई पर) अदालत को तय करना है.''
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ''आपको हितधारकों से बात करने की जरूरत होती है, इस प्रकार की चीजों पर हमने अच्छा काम किया है.'' लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष के विजयी होने के प्रति भरोसा व्यक्त करते हुए राहुल गांधी ने सेवा और वस्तु कर (जीएसटी) में सुधार, इसका सरलीकृत रूप लाने और न्यूनतम आमदनी की गारंटी स्कीम जैसी पहल शुरू करने का वादा किया.
राफेल सौदे पर उन्होंने कहा कि लड़ाकू विमान की क्षमता पर कोई सवाल ही नहीं है बल्कि भ्रष्टाचार का मुद्दा है और इसकी जांच कराए जाने की जरूरत है. क्या सत्ता में आने पर उनकी पार्टी सौदे को खत्म कर देगी, तो इसका कांग्रेस अध्यक्ष ने जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा, ''प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) भ्रष्ट व्यक्ति हैं, उन्होंने राफेल सौदे पर चल रही वार्ता को नजरअंदाज कर अलग से बातचीत की.''
मोदी पर पलटवार करते हुए राहुल गांधी ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री जिस तरह छात्रों से संवाद करते हैं, उस तरह मीडिया को संबोधित क्यों नहीं करते. उन्होंने पूछा, ''आप (मोदी) क्यों छिप रहे हैं?'' राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री में मीडिया का सामना करने का साहस होना चहिए.
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