हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019: हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान होने से पहले मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने एक और बड़ा कदम उठाया है. विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र कांग्रेस ने राज्य में स्क्रीनिंग कमेठी का गठन किया है और दिग्गज नेता मधुसूदन मिस्त्री को इसका चेयरमैन बनाया गया है. कुछ दिनों पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का पद संभालने वाली कुमारी शैलजा और भूपेंद्र सिंह को भी इस कमेटी में जगह दी गई है.

स्क्रीनिंग कमेटी की नियुक्ति कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने की है. मधुसूदन मिस्त्री के अलावा, दीपा दासमुंशी, देवेंद्र यादव, गुलाम नबी आजाद, कुमारी शैलजा और भूपेंद्र सिंह हुड्डा स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य होंगे. इससे पहले राज्य कांग्रेस में बड़े बदलाव देखने को मिले थे और अशोक तंवर के स्थान पर कुमारी शैलजा को हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया.

हालांकि नई नियुक्तियों के बावजूद राज्य कांग्रेस की गुटबाजी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है. कुमारी शैलजा ने जब अध्यक्ष बनने के बाद मीटिंग ली तो उसमें अशोक तंवर के अलावा किरण चौधरी और कुलदीप बिश्नोई जैसे दिग्गज नेता नहीं पहुंचे थे. किरण चौधरी की नाराजगी की बड़ी वजह उन्हें हटाकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा को नेता विपक्ष बनाया जाना है.

बीजेपी ने पहली बार अपने दम पर बनाई थी सरकार

2014 विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कर बीजेपी पहली बार राज्य में अपने दम पर सरकार बनाने में कामयाब हुई थी. हरियाणा में विधानसभा की 90 सीटें हैं जिनमें से बीजेपी ने 47 पर जीत दर्ज की थी. वहीं इंडियन नेशनल लोकदल 19 सीटों के साथ राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी बनी थी और कांग्रेस 15 सीटों के साथ तीसरे नंबर पर रही थी. हालांकि अब इनेलो के 16 विधायक पार्टी छोड़कर बीजेपी और जननायक जनता पार्टी का हिस्सा बन चुके हैं.