संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत हो चुकी है. सोमवार (1 दिसंबर) से शुरू हुआ यह सत्र 19 दिसंबर तक चलेगा. सत्र की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा के सभापति सी.पी. राधाकृष्णन का खास अंदाज में स्वागत किया. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी उनके लिए संबोधन दिया. इस दौरान खरगे ने भारतीय जनता पार्टी और पीएम मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने सभापति राधाकृष्णन को भी खास सलाह दे डाली.

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खरगे ने सत्ता पक्ष की तरफ इशारा करते हुए सभापति राधाकृष्णन से कहा, ''मुझे आशा है कि आप दोनों तरफ बराबर हिस्सेदारी देंगे. दोनों तरफ बराबर ध्यान रखेंगे. आप अपने आसन से उस तरफ ज्यादा न देखें इस पर खतरा है और अगर इधर नहीं देखेंगे तो भी खतरा है, इसलिए आप दोनों तरफ संतुलन बना कर रखें तो अच्छा होगा. आपके सफल कार्यकाल की कामना करता हूं.''

धनखड़ को लेकर क्या बोले खरगे

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खरगे ने पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का जिक्र करते हुए कहा, ''मुझे बड़ा दुख हुआ है, पूर्व चैयरमैन को फेयरवेल का मौका नहीं मिला, पर हमें आशा है कि हमारे पूर्व के चैयरमेन का स्वास्थ्य अच्छा होगा.'' खरगे की प्रतिक्रिया के बाद भाजपा ने इसको विरोध किया. केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, ''खरगे जी ने एक बात का जिक्र किया, वह सही नहीं किया.''

कांग्रेस अध्यक्ष ने पीएम मोदी पर किया पलटवार

खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार भी किया. उन्होंने कहा कि शीतकालीन सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री ने संसद के समक्ष मुख्य मुद्दों की बात करने के बजाय फिर से ‘ड्रामेबाजी’ की है. उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को अब ध्यान भटकाने का नाटक खत्म कर जनता के असली मुद्दों पर संसद में चर्चा करनी चाहिए.

प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह संसद को चुनावी हार के बाद हताशा निकालने का मंच बना रहा है. पीएम ने कहा कि यह सत्र राजनीतिक रंगमंच न बने, बल्कि रचनात्मक और परिणामोन्मुखी बहस का माध्यम बने.