Congress over ED Raids in Alleged Land For Jobs Scam: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के परिवार के कई परिसरों पर शुक्रवार (10 मार्च) को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने केंद्र की मोदी सरकार (Modi Govt) पर निशाना साधा. खरगे ने यहां तक कहा कि अब पानी सिर के ऊपर चला गया है. 


दरअसल, शुक्रवार को ईडी ने नौकरी के बदले जमीन ‘घोटाला’ मामले में मनी लॉन्ड्रिंग संबंधी जांच के तहत बिहार के कई शहरों और कई अन्य जगहों पर छापे मारे. इस दौरान लालू यादव के परिवार और आरजेडी के अन्य नेताओं के परिसरों पर भी छापेमारी की गई. आरजेडी प्रमुख की तीन बेटियों के परिसरों में भी छापे मारे गए. 


'अब पानी सिर के ऊपर से चला गया है'


ईडी के एक्शन पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन ने मोदी सरकार पर एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया. खरगे ने शुक्रवार देर शाम ट्वीट किया, ''पिछले 14 घंटे से मोदी जी ने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के घर पर ईडी बैठा रखी है. उनकी गर्भवती पत्नी और बहनों को सताया जा रहा है. लालू प्रसाद यादव जी बुजुर्ग हैं, बीमार हैं, तब भी मोदी सरकार ने उनके प्रति मानवता नहीं दिखाई. अब पानी सिर के ऊपर से चला गया है.''






मोदी सरकार पर ईडी-सीबीआई के दुरुपयोग का लगाया आरोप


एक और ट्वीट में कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने लिखा, ''मोदी सरकार, विपक्षी नेताओं पर ईडी-सीबीआई का दुरुपयोग कर लोकतंत्र की हत्या का कुत्सित प्रयास कर रही है. जब देश से भगोड़े करोड़ों लेकर भागे तब मोदी सरकार की एजेंसियां कहां थीं? जब 'परम मित्र' की संपत्ति आसमान छूती है तो जांच क्यों नहीं होती? इस तानाशाही का जनता मुंहतोड़ जवाब देगी!''


लालू बोले- मेरी बेटियों, नन्हें-मुन्ने नातियों और गर्भवती पुत्रवधू को बैठा रखा है


ईडी की छापेमारी को लेकर आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने भी ट्वीट कर बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट किया, ''हमने आपातकाल का काला दौर भी देखा है. हमने वह लड़ाई भी लड़ी थी. आधारहीन प्रतिशोधात्मक मामलों में आज मेरी बेटियों, नन्हें-मुन्ने नातियों और गर्भवती पुत्रवधू को भाजपाई ईडी ने 15 घंटों से बैठा रखा है. क्या इतने निम्नस्तर पर उतरकर बीजेपी हमसे राजनीतिक लड़ाई लड़ेंगी?''






एक और ट्वीट में लालू यादव ने कहा, ''संघ और भाजपा के विरुद्ध मेरी वैचारिक लड़ाई रही है और रहेगी. इनके समक्ष मैंने कभी भी घुटने नहीं टेके हैं और मेरे परिवार और पार्टी का कोई भी व्यक्ति आपकी राजनीति के समक्ष नतमस्तक नहीं होगा.''


ED को छापेमारी में क्या-क्या मिला?


सूत्रों ने बताया कि छापेमारी के दौरान ईडी ने 53 लाख रुपये की नकदी, 1,900 अमेरिकी डॉलर, करीब 540 ग्राम सोना और 1.5 किलो सोने के गहने जब्त किए हैं. सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी इलाके में एक घर में तलाशी ली, जहां तेजस्वी यादव मौजूद थे. एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के नाम पर इस घर का पता है. आरोप है कि यादव परिवार अपनी आवासीय संपत्ति के तौर पर इसका इस्तेमाल कर रहा है. 


ईडी ने बिहार में पटना, फुलवारी शरीफ, दिल्ली-एनसीआर, रांची और मुंबई में लालू प्रसाद की बेटियों रागिनी यादव, चंदा यादव और हेमा यादव और आरजेडी के पूर्व विधायक अबू दोजाना, अमित कत्याल, नवदीप सरदाना और प्रवीण जैन के ठिकानों पर छापे मारे.


कब हुआ था कथित घोटाला?


आरोप है कि कथित घोटाले को यूपीए-1 की सरकार के दौरान तब अंजाम दिया गया था जब लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे. आरोप है कि 2004-2009 के दौरान भारतीय रेलवे के विभिन्न जोन में समूह डी में विभिन्न व्यक्तियों को नियुक्त किया गया था और इसके बदले में उन्होंने अपनी जमीन तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों और एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड को स्थानांतरित की थी.


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