नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर अजीबोगरीब सवाल किया है. उन्होंने कहा कि वे देश और विदेश में दौरे के वक्त अलग-अलग तरह की पगड़ी तो पहन लेते हैं लेकिन मुस्लिम टोपी पहनने से बचते हैं. उन्होंने कहा, ''आपने उन्‍हें (मोदी) तरह-तरह के मजेदार कपड़े पहने हुए देखा होगा. लेकिन वह अभी भी एक चीज को न कहते हैं, वह हरे रंग का क्‍यों नहीं पहनते हैं?''


थरूर ने आगे देशभर में हुई भीड़ की हिंसा पर कहा है कि आज अगर स्वामी विवेकानंद होते तो उनको भी गुंडों की भीड़ नहीं छोड़ती. अपने संसदीय क्षेत्र तिरुवनंतपुरम में उन्होंने समाजसेवी स्वामी अग्निवेश पर हुए हमलों का जिक्र करते हुए कहा, ''ये गुंडे उनके (स्‍वामी विवेकानंद) चेहरे पर फेंकने के लिए इंजन का तेल लाते और उन्‍हें गिराकर पीटते क्‍योंकि स्‍वामी विवेकानंद भी कहते कि इंसानों का सम्‍मान करो. वह कहते कि इंसानियत सबसे जरूरी है.''


पिछले महीने स्वामी अग्निवेश (78) पर भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेवाईएम) कार्यकर्ताओं ने 'जय श्री राम' का नारा बोलते हुए हमला किया था. यह घटना तब हुई जब अग्निवेश झारखंड के लिट्टिपाड़ा के 195वें दामिन महोत्सव में भाग लेने के लिए होटल से निकलकर कार की ओर बढ़ रहे थे, तभी समूह उन पर टूट पड़ा.


थरूर ने दावा किया कि गृहमंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले चार सालों में 2,920 सांप्रदायिक हिंसा हुई है. जिसमें से 70 कथित गोरक्षकों से जुड़ा है. इसमें से 68 बीजेपी शासित राज्यों में पिछले चार साल में हुए हैं.


आपको बता दें कि कांग्रेस सांसद शशि थरूर पिछले महीने उस वक्त भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के निशाने पर आ गये थे जब उन्होंने कहा था, "सबसे बड़ा खतरा यह है कि अगर वे इतने ही सीट के साथ दोबारा लोकसभा चुनाव जीत गए तो निश्चित ही हम अपने लोकतांत्रिक संविधान को जिस तरह हम समझते हैं, वह अस्तित्व में नहीं रह पाएगा क्योंकि उनके पास वे तीन स्तंभ होंगे जिससे वह भारत के संविधान को समाप्त कर नया संविधान लिख सकते हैं. नया संविधान हिंदू राष्ट्रों के सिद्धांतों को समाहित करेगा और अल्पसंख्यकों के लिए समानता को हटा दिया जाएगा, जो हिंदू पाकिस्तान का निर्माण करेगा."


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