रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के स्वागत में राष्ट्रपति भवन में रखे गए रात्रि भोज के न्योते को लेकर सियासी प्रतिक्रियाएं जारी है. राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे को न्योता नहीं मिलने की बात कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया पर साझा की थी. हालांकि इस भोज का निमंत्रण कांग्रेस सांसद शशि थरूर को मिला था, वो इस आयोजन में शामिल भी हुए थे.

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शशि थरूर को निमंत्रण मिलना और उनकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और नेता राहुल गांधी को न्योता नहीं मिलने पर सियासी बयानबाजी तो चल ही रही थी. अब खुद कांग्रेस सांसद शशि थरूर की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने इसका अफसोस भी प्रकट किया है. 

'मैं किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहता'

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शशि थरूर ने कहा, "मुझे लगता है कि उन्होंने अपनी बात कह दी है. मैं किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहता हूं. मुझे दुख है कि उनमें से किसी को नहीं बुलाया गया. ऐसा होना, एक शर्म की बात है. लेकिन जहां तक मेरा सवाल है, मुझे नहीं लगा कि किसी विदेशी राष्ट्रपति के सम्मान में दी गई दावत में शामिल होने के लिए अपने राष्ट्रपति का न्योता ठुकराना सही होगा. जबकि मुझे कई बार विदेशी मामलों के लिए विदेश में शामिल होना पड़ता है."

थरूर ने कहा, "असल बात यह है कि यह एक तहज़ीब है, जो हम आने वाले देशों और सरकारों के सर्वोच्च पद के लिए दिखाते हैं, कि उनके लिए दावत रखी जाए. राष्ट्रपति ने बहुत अच्छा भाषण दिया. बदले में प्रेसिडेंट पुतिन ने भी बहुत गर्मजोशी से जवाब दिया. कई सीनियर इंडियन अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में रशियन डेलीगेट्स मौजूद थे. मैं विवादों में नहीं पड़ना चाहता. मुझे पक्का लगता है कि हमारे जैसे डेमोक्रेसी में, विपक्षी नेता वहां जा सकते थे. यह अच्छी बात होती. मैं संसद में फॉरेन अफेयर्स समिति के चेयर के तौर पर था. मेरी दिलचस्प बातचीत हुई."