देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की रफ्तार अब कम होने लगी है. हालांकि, कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा अब भी डरा रहा है. इस बीच, पूरे मुद्दे को लेकर विपक्षी दलों की तरफ से लगातार कोरोना प्रबंधन और वैक्सीनेशन नीति को लेकर केन्द्र सरकार पर हमले किए जा रहे हैं. कांग्रेस नेता और केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी भी वैक्सीनेशन की नीति को लेकर केन्द्र पर हमलावर रुख अख्तियार किए हुए हैं.


राहुल गांधी ने सोमवार को ट्वीट करते हुए एक बार फिर से केन्द्र सरकार को आड़े हाथों लिया. राहुल ने कहा- "मोदी सरकार की ज़ीरो वैक्सीन नीति भारत माता के सीने में ख़ंजर का काम कर रही है. दुखद सच."


इससे पहले, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘झूठी छवि’ के लिए उनकी सरकार के किसी विभाग के मंत्री किसी भी विषय पर बोलने को मजबूर हैं. राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री की झूठी छवि के लिए किसी भी विभाग का मंत्री किसी भी विषय पर कुछ भी बोलने के लिए मजबूर है.’’


कोरोना संकट को लेकर राहुल गांधी ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में दावा किया था कि टीकाकरण की जो गति अभी चल रही है वह यदि इसी प्रकार चलती रही तो उसके पूरा होने में तीन साल लग जाएंगे.


इसके साथ ही राहुल गांधी ने ये भी कहा था कि, "सरकार और प्रधानमंत्री को आज तक कोरोना समझ ही नहीं आया है. कोरोना सिर्फ एक बीमारी नहीं है, कोरोना एक बदलती हुई बीमारी है. आप इसको जितना समय और जगह देंगे ये उतना खतरनाक बनता जाएगा. ये दूसरी लहर प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी है, प्रधानमंत्री ने जो नौटंकी की, अपनी जिम्मेदारी पूरी नहीं की उसका कारण दूसरी लहर है. अगर वैक्सीनेशन इसी तरह से चलता गया तो मई 2024 में भारत की पूरी जनता का वैक्सीनेशन होगा."


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