दिल्ली में लाल किले के बाहर हुए आतंकी हमले को लेकर देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर कई सवाल दागे हैं. कांग्रेस ने सरकार से सवाल किया है कि आखिरकार धमाके को आतंकी हमला घोषित में इतना समय क्यों लग गया?

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कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने गुरुवार (13 नवंबर, 2025) को कहा कि सरकार को इसे (दिल्ली विस्फोट की घटना) आतंकी हमला करार देने में 48 घंटे लग गए. आखिर यह देरी क्यों हुई, यह हमारा पहला सवाल है. उन्होंने कहा, ''हमारा दूसरा सवाल यह है कि पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि किसी भी आतंकी कार्रवाई को युद्ध माना जाएगा, हम जानना चाहते हैं कि इस पर क्या स्थिति है? हमने यह भी मांग की है कि प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में एक सर्वदलीय बैठक होनी चाहिए.''

पहले बुलाया जाए संसद का सत्र- पवन खेड़ा

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कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, ''हमने इस आतंकी हमले को लेकर संसद का सत्र पहले बुलाने की भी मांग की है, ताकि संसद में इस पर गहनता से चर्चा की जा सके. देश को इसी तरह के विश्वास की जरूरत है, हमें इस देश में विश्वास बहाल करने की जरूरत है और यह सिर्फ सर्वदलीय बैठक और संसद सत्र के माध्यम से ही किया जा सकता है.''

दो तरह के होते हैं आतंकी- चिदंबरम

वहीं, दिल्ली आतंकी हमले को लेकर पूर्व गृह मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने बुधवार (12 नवंबर, 2025) को देश के अंदर पनपने वाले आतंकवाद को लेकर बयान दिया. उन्होंने कहा कि भारत दो तरह के आतंकवादियों का सामना कर रहा है. एक विदेश में ट्रेंड घुसपैठिए आतंकवादी और दूसरे देश में पलने वाले आतंकवादी. उन्होंने यह भी कहा कि मैंने ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में बहस के दौरान भी यही कहा था, लेकिन तब मेरा मजाक उड़ाया गया था.

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