कांग्रेस ने गुरुवार (9 अक्टूबर, 2025) को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की तारीफ करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. कांग्रेस पार्टी ने कहा कि पीएम मोदी का इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सराहना करना शर्मनाक है, क्योंकि नेतन्याहू गाजा में नरसंहार के लिए जिम्मेदार हैं.

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प्रधानमंत्री मोदी ने पश्चिम एशिया के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शांति योजना के पहले चरण पर हुए उस समझौते का गुरुवार (9 अक्टूबर, 2025) को स्वागत किया, जिसके तहत इजरायल और फिलिस्तीनी उग्रवादी संगठन हमास ने गाजा में लड़ाई रोकने का फैसला किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह समझौता इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के मजबूत नेतृत्व का भी प्रतिबिंब है.

प्रधानमंत्री मोदी को लेकर क्या बोले कांग्रेस नेता?

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इसे लेकर कांग्रेस पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने गुरुवार (9 अक्टूबर, 2025) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया. पोस्ट में कांग्रेस नेता ने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने गाजा को लेकर नए घटनाक्रम का स्वागत किया और राष्ट्रपति ट्रंप की सराहना की. ऐसा करने की उनकी उत्सुकता आश्चर्यजनक नहीं है. लेकिन यह वास्तव में चौंकाने वाला, शर्मनाक और नैतिक रूप से घोर आपत्तिजनक है कि प्रधानमंत्री मोदी की ओर से इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की बिना शर्त प्रशंसा की गई, जिन्होंने पिछले 20 महीनों से गाजा में नरसंहार छेड़ रखा है.’

उन्होंने यह दावा भी किया कि एक स्वतंत्र और संप्रभु फिलिस्तीन राष्ट्र के भविष्य को लेकर प्रधानमंत्री ने चुप्पी साध रखी है, जबकि भारत ने साल 1988 में ही इसे मान्यता दे दी थी और अब तक 150 से अधिक देश मान्यता दे चुके हैं.

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘इसी तरह प्रधानमंत्री मोदी ने कब्जे वाले पश्चिमी तट में इजरायली बस्तियों के निरंतर विस्तार पर भी कुछ नहीं कहा है.’ कांग्रेस ने पिछले सप्ताह आरोप लगाया था कि ट्रंप को खुश करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाजा शांति प्रस्ताव का समर्थन किया, लेकिन गाजा में नरसंहार पर वह चुप रहे, जो नैतिक कायरता है.

CWC की बैठक में कांग्रेस ने सरकार पर लगाया था आरोप

पिछले महीने पटना में हुई कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक में भी गाजा के मुद्दे का उल्लेख किया गया था और नरसंहार पर मोदी सरकार की कथित चुप्पी को शर्मनाक करार दिया और आरोप लगाया कि नैतिकता के लिहाज से भारत की विदेश नीति कलंक बन गई है.

प्रस्ताव में कहा गया था, ‘कार्य समिति गाजा में निर्दोष नागरिकों के नरसंहार पर गहरी पीड़ा व्यक्त करती है. जो भारत हमेशा से नैतिक चेतना का प्रतीक और उत्तर-औपनिवेशिक विश्व का अगुआ रहा है, उसे इस सरकार ने शर्मनाक तरीके से एक मूक दर्शक के रूप में सीमित कर दिया है.’

ट्रंप के प्रस्तावित शांति योजना के तहत की जाएगी बंधकों की रिहाई

ट्रंप प्रशासन की ओर से प्रस्तुत एक शांति समझौते के तहत इजरायल और हमास ने गाजा में लड़ाई रोकने और कुछ बंधकों को रिहा करने पर सहमति व्यक्त की है. यह समझौता दो साल से जारी विनाशकारी युद्ध में पिछले कुछ महीनों के दौरान सबसे बड़ी सफलता है.

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