पीएम मोदी के खिलाफ एक्शन की मांग, जयराम रमेश ने उपराष्ट्रपति को लिखी चिट्ठी
Congress On PM Modi: पीएम मोदी की पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी पर की गई टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ लेटर लिखा है,

Jairam Ramesh On PM Modi: कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरुद्ध विशेषाधिकार हनन की कार्यवाही शुरू करने की मांग की. उन्होंने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को लिखे पत्र में यह मांग की.
जयराम रमेश ने यह पत्र सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा करते हुए पोस्ट किया, ‘‘आज जब नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने घटते कद को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, तब मैंने राज्यसभा के माननीय सभापति को पत्र लिखकर राज्यसभा के पूर्व सभापति डॉ. हामिद अंसारी के खिलाफ उनके अपमानजनक बयान के लिए उनके विरुद्ध विशेषाधिकार हनन की कार्यवाही की मांग की है.उन्होंने 2 जुलाई 2024 को लोकसभा में वह बयान दिया था.’’
जयराम रमेश ने क्या दावा किया?
जयराम रमेश ने आठ जुलाई की तारीख वाले पत्र में दावा किया कि जिस तरह से प्रधानमंत्री मोदी ने अंसारी पर हमला किया है, उस तरह अब तक किसी भी पीएम ने किसी पूर्व लोकसभा अध्यक्ष या राज्यसभा के पूर्व सभापति के खिलाफ हमला नहीं किया था.
क्या आरोप लगाया?
राज्यसभा सदस्य जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी न सिर्फ अपने पद की गरिमा को निचले स्तर पर ले गए हैं, बल्कि उन्होंने संसदीय मर्यादाओं और नियमों को भी तोड़ा है.उन्होंने धनखड़ से आग्रह किया कि इस 'अपमानजनक टिप्पणी'' के लिए प्रधानमंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की कार्यवाही शुरू की जाए.
आज जब नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने घटते कद को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, तब मैंने राज्यसभा के माननीय सभापति को पत्र लिखकर राज्यसभा के पूर्व सभापति डॉ. हामिद अंसारी के ख़िलाफ़ उनके अपमानजनक बयान के लिए उनके ख़िलाफ़ विशेषाधिकार कार्यवाही की मांग की है।… pic.twitter.com/fszy2x0hf5
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) July 9, 2024
पीएम मोदी ने क्या कहा था?
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए गत दो जुलाई को लोकसभा में कहा था, ‘‘चाहे वे (विपक्ष) कितनी भी संख्या का दावा करें, जब हम 2014 में आए थे तो राज्यसभा में हमारी ताकत बहुत कम थी और (तत्कालीन) सभापति का झुकाव कुछ हद तक दूसरी तरफ था, लेकिन हम गर्व के साथ देश की सेवा करने के अपने संकल्प से नहीं डिगे.’’
उन्होंने कहा था, ‘‘मैं देश की जनता को कहना चाहता हूं कि आपने जो निर्णय किया है, आपने हमें सेवा करने का जो आदेश दिया है, ऐसी किसी भी बाधा से न तो मोदी डरेगा और न ही यह सरकार डरेगी. हम जिन संकल्पों को प्राप्त करने के लिए निकले हैं, उन्हें पूरा करके रहेंगे.’’
पीएम मोदी ने किसी का नाम नहीं लिया था, लेकिन पूर्व उपराष्ट्रपति अंसारी अगस्त 2012 से अगस्त 2017 तक राज्यसभा के सभापति थे.
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Source: IOCL





















