मणिपुर में पिछले डेढ़ साल से जारी हिंसा के बीच गुरुवार (13 फरवरी 2025) को राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया है. देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने इस फैसले को लेकर बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना की है. कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि बीजेपी लोकतंत्र की हत्या पर आमादा है. वहीं, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, आखिरकार वह हुआ जिसकी मांग कांग्रेस पिछले 20 महीनों से कर रही थी. मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया है. प्रमोद तिवारी ने कहा, बीजेपी लोकतंत्र की हत्या पर आमादा! मणिपुर सरकार अल्पमत में थी, मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दिया! कांग्रेस ने अविश्वास प्रस्ताव लाने की घोषणा की थी. फिर भी विपक्ष को सरकार बनाने का मौका क्यों नहीं दिया गया? बीजेपी अपनी सरकार नहीं बना सकती थी, इसलिए राष्ट्रपति शासन लगाकर सत्ता पर कब्जा कर लिया! यह सब केंद्र सरकार के इशारे पर हुआ – यह लोकतंत्र की हत्या नहीं तो क्या है?
'स्थिति संभालने में विफल रहे गृह मंत्री'उधर, जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, आखिरकार वह हुआ जिसकी मांग भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पिछले 20 महीनों से कर रही थी. मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया है. यह तब हुआ है जब सुप्रीम कोर्ट ने राज्य में 'संविधानिक तंत्र के पूर्ण रूप से ठप हो जाने' की बात कही, जिसके चलते 3 मई 2023 से अब तक 300 से अधिक लोगों की हत्या और 60,000 से अधिक पुरुषों, महिलाओं, और बच्चों का विस्थापन हुआ. यह तब हुआ है जब मणिपुर के सामाजिक ताने-बाने को गंभीर रूप से क्षति पहुंचने दी गई. यह तब हुआ है जब फरवरी 2022 में भाजपा और उसके सहयोगियों को भारी बहुमत मिला, लेकिन उनकी राजनीति ने महज पंद्रह महीनों के भीतर इस भयानक त्रासदी को जन्म दिया.
उन्होंने कहा, यह तब हुआ है जब केंद्रीय गृह मंत्री मणिपुर की स्थिति संभालने में पूरी तरह से विफल रहे, जबकि इस दायित्व को प्रधानमंत्री ने उन्हें सौंपा था. और यह तब हुआ है जब दुनिया भर में घूमने वाले प्रधानमंत्री ,मणिपुर जाने और वहां सुलह प्रक्रिया शुरू करने से लगातार इनकार करते रहे.