नई दिल्ली: राफेल पर कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए बीजेपी ने कहा है कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर झूठ का सहारा लेकर कांग्रेस आगे बढ़ने की नाकाम कोशिश कर रही है. एक दिन पहले कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने राफेल सौदे को आजादी के बाद देश के रक्षा क्षेत्र का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया था. साथ हीं उन्होंने इस सौदे को रद्द करने की भी मांग की थी.

इसी के जवाब में बीजेपी की जम्मू कश्मीर इकाई ने लोकसभा चुनावों से पहले मोदी सरकार को घेरने की हताशापूर्ण कोशिश करार दिया है. कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि राफेल सौदे की विषयवस्तु सार्वजनिक कर कांग्रेस चीन और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों की मदद करना चाहता है. राफेल सौदे को लेकर बीजेपी ने आरोपों को झूठा, भ्रामक और संशयपूर्ण बताया.

प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता ब्रिगेडियर अनिल गुप्ता (रिटायर्ड) ने कहा, ‘‘2019 के चुनावों से पहले नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने की हताशापूर्ण कोशिशों के तहत कांग्रेस इस उम्मीद के साथ झूठी बातें गढ़ रही है और यह भ्रम पाल रही है कि वह बीजेपी की छवि खराब करने में कामयाब हो जाएगी.''

ये कोई पहली बार नहीं है कि कोई कांग्रेस नेता ने राफेल विमान सौदे पर सवाल उठाया हो. कांग्रेस प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य पी. एल. पुनिया ने भी राफेल विमान खरीद सौदे को आज देश का ‘सबसे बड़ा घोटाला’ करार देते हुए कहा था कि आगामी लोकसभा चुनाव के बाद सत्ता में आने पर कांग्रेस इसकी जांच करवायेगी.

पुनिया ने कहा था कि राफेल विमान सौदे में भ्रष्टाचार देश का सबसे बड़ा घोटाला है. जनता सत्तारूढ़ बीजेपी को इसके लिए माफ नहीं करेगी. वर्ष 2019 में सत्ता में परिवर्तन होने पर इस घोटाले की जांच होगी और इसमें बड़े-बड़े लोग फंसेगे. राफेल विमान सौदे को लेकर कांग्रेस की दिल्ली इकाई कथित अनियमितता के मुद्दे पर आगामी 8 से 15 सितंबर के बीच राष्ट्रीय राजधानी में अलग अलग स्थानों पर प्रदर्शन भी करेगी.