नई दिल्ली: राफेल पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी सत्ताधारी बीजेपी और कांग्रेस में जंग जारी है. बीजेपी जहां सुप्रीम कोर्ट के फैसले के आधार पर सीधे राहुल गांधी को घेर रही हैं. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस बीजेपी पर सुप्रीम कोर्ट, संसद और देश को गुमराह करने का आरोप लगा रही है. कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कैग की रिपोर्ट को लेकर सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को गुमराह किया. इसके आधार पर ही फैसला आया. इस मामले को लेकर बीजेपी आज देश भर  में 70 प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर रही है.

राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा, ''ये सरकार सुप्रीम कोर्ट को झूठ बोल सकती है. सुप्रीम कोर्ट को और सुप्रीम कोर्ट के द्वारा पूरे देश को गुमराह कर सकती है. इस सरकार पर हमें बिल्कुल भरोसा नहीं है. ये दुनिया के इतिहास के पहली बार होगा कि केंद्रीय सरकार सुप्रीम कोर्ट को गलत हलफनामा देती है. फिर उसी आधार पर फैसला आता है.''

आजाद ने कहा, ''सुप्रीम कोर्ट, संसद और देश को गुमराह करने के लिए हमने विशेशाधिकार हनन का नोटिस दिया है, स्पीकर को इसे स्वीकार करना चाहिए. हमारी जेपीसी की मांग और मजूबत हुई है. जेपीसी ही एक ही मात्र रास्ता है. इससे पहले आठ बार जेपीसी बनी है, जो छोटी छोटी चीजों पर बनी हैं. ये तो 41 हजार करोड़ का घोटाला है, इस पर नहीं बनेगी तो किस पर बनेगी.''

कपिल सिब्बल ने कहा, ''जो तथ्य सुप्रीम कोर्ट में रखने चाहिए थे वो रखे नहीं. एक तरफ सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि मीडिया रिपोर्ट के आधार जांच नहीं हो सकती दूसरी तरफ मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर ही कह रहे हैं कि इसमें जांच की जरूरत नहीं है. अगर कोर्ट ने यह कहा कि आर्टिकल 32 के तहत हमारे अधिकार सीमित हैं तो फिर कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए थी.''

पीएम बोले- न्यायपालिका के खिलाफ माहौल बना रही कांग्रेस राफेल सौदे पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद भी कांग्रेस और बीजेपी के बीच वार-पलटवार जारी है. पीएम मोदी ने रायबरेली की रैली में कांग्रेस पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस न्यायपालिका के खिलाफ अविश्वास का माहौल पैदा कर रही है.

कल सोनिया गांधी के गढ़ रायबरेली में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''मैं कांग्रेस से जानना चाहता हूं कि क्या वो इसलिए भड़की हुई है, झूठ पर झूठ बोल रही है क्योंकि भाजपा सरकार जो रक्षा सौदे कर रही है, उसमें कोई क्वात्रोकी मामा नहीं है, अंकल क्रिश्चियन मिशेल नहीं है? क्या इसलिए वो अब न्यायपालिका पर अविश्वास का माहौल पैदा करने में जुट गई है? '' कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी ने रायबरेली में रेल कोच फैक्ट्री के विस्तार परियोजना का शुभारंभ करते हुए उसे राजनीतिक अखाड़ा बना दिया.

जेटली ने ब्लॉग लिखकर साधा निशाना वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए ब्लाग में लिखा, ''प्रक्रिया, प्राइसिंग और ऑफसेट सप्लायर्स को लेकर कोर्ट के अंतिम नतीजों के लिए सीएजी रिव्यू प्रासंगिक नहीं है. लेकिन बैड लूजर्स कभी भी सच को स्वीकार नहीं करते. तमाम झूठ पकड़े जाने के बाद अब वे जजमेंट के बारे में दुष्प्रचार शुरू कर चुके हैं.'' जिस सीएजी रपट के आधार पर सर्वोच्च न्यायालय ने राफेल सौदे की जांच की मांग करने वाली कई याचिकाओं को खारिज कर दिया, उसके बारे में जेटली ने कहा कि मोदी सरकार ने इसे अदालत के समक्ष तथ्यात्मक रूप से सही तरीके से प्रस्तुत किया था.

राफेल पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला? सुप्रीम कोर्ट ने फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद के मामले में नरेंद्र मोदी सरकार को शुक्रवार को क्लीन चिट दे दी. साथ ही इस सौदे में कथित अनियमितताओं के लिए सीबीआई को प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश देने का अनुरोध करने वाली सभी याचिकाओं को खारिज किया. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अरबों डॉलर कीमत के राफेल सौदे में निर्णय लेने की प्रक्रिया पर संदेह करने का कोई कारण नहीं है.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उसके सामने पेश किए गये दस्तावेज बताते हैं कि केंद्र सरकार ने राफेल लड़ाकू जेट के मूल्य निर्धारण ब्योरे से संसद को अवगत नहीं कराया, लेकिन उसने नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) के सामने इसका खुलासा किया शीर्ष अदालत ने कहा कि कैग रिपोर्ट को संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) परख भी चुकी है.