Congress Nyay Yatra: कांग्रेस लोगों को एकजुट करने और न्याय दिलाने के लिए देश में 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' निकाल रही है. कांग्रेस की न्याय यात्रा बिहार से भी गुजरने वाली है. मगर इसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शामिल होने की उम्मीद कम नजर आ रही है. न्याय यात्रा 29 जनवरी को पश्चिम बंगाल से होते हुए बिहार के किशनगंज में दाखिल होने वाली है, जहां से ये राज्य के तीन जिलों से गुजरने वाली है. 


दरअसल, राहुल गांधी के नेतृत्व में जब भारत जोड़ो न्याय यात्रा बिहार पहुंचेगी, तो इसमें नीतीश कुमार के शामिल होने पर संशय जताया गया है. राहुल गांधी की यात्रा में शामिल होने के सवाल पर जेडीयू ने जवाब भी दिया है. एबीपी न्यूज से बात करते हुए जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि इंडिया गठबंधन के बैनर से ये यात्रा होती, तो ज्यादातर बेहतर होता. हमें यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण मिला है, लेकिन नीतीश कुमार तय करेंगे कि क्या करना है.


क्या इंडिया गठबंधन में रहेंगे नीतीश कुमार?


नीतीश कुमार मंगलवार (23 जनवरी) को अचानक राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर से मिलने पहुंच गए. इस पर सवाल उठने लगा कि क्या नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन में रहेंगे या जाएंगे? एबीपी न्यूज से बात करते हुए इस पर केसी त्यागी ने कहा, 'कांग्रेस को जिस तरह से लीड लेना चाहिए, उसमें ढील हुई है. मुंबई की बैठक के बाद चार महीने बाद अगली बैठक होती है.'


उन्होंने कहा, 'जिस तरह की तार तम्ययता, तीखापान, व्यग्रता एक विपक्षी गठबंधन को करना चाहिए था, उसमें ढील रही है. जब नीतीश कुमार जी यह चिंता शेयर करते हैं, तब इसी प्रकार की चिंताए रहती है कि यह सही है. यह बात सही है. वो भारतीय राजनीति के दो-तीन बड़े लोगों में से एक हैं. उनके बोलने का, उनके जाने का, उनके रहने का, उनके  कहीं सम्पर्क करने का एक राजनीतक अर्थ होता है.'


बिहार में कैसा है भारत जोड़ो न्याय यात्रा का प्लान? 


दरअसल, बिहार में कांग्रेस की न्याय यात्रा 29 जनवरी को दाखिल होगी. इसके तीन जिलों से गुजरने का प्लान है. यात्रा किशनगंज जिले में 29 जनवरी को एंटर करेगी. यहां पर राहुल गांधी लोगों को संबोधित करने वाले हैं. भारत जोड़ो न्याय यात्रा 30 जनवरी को पूर्णिया और फिर 31 जनवरी को कटिहार जिले से गुजरेगी. इसके बाद ये यात्रा एक बार फिर से पश्चिम बंगाल में एंटर कर जाएगी. 


एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्णिया और कटिहार में जब रैली गुजरेगी तो इसमें शामिल होने के लिए नीतीश कुमार और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद सहित महागठबंधन के अन्य सहयोगी दलों को बुलाया गया है. लालू का इसमें शामिल होना पहले से ही मुश्किल नजर आ रहा है, क्योंकि उन्हें ईडी ने समन भेजा है. नीतीश ने भी अभी तक नहीं बताया है कि वह जाएंगे या नहीं. 


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