नई दिल्ली: कोरोना वायरस को लेकर देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज रात 12 बजे से पूरे देश में संपूर्ण लॉकडाउन होने जा रहा है. ये 21 दिनों के लिए लगाया जा रहा है. हिंदुस्तान को बचाने के लिए, आपके परिवार को बचाने के लिए घरों से बाहर निकलने पर पूरी तरह पाबंदी लगाई जा रही है. हर गली मोहल्ले, कस्बे को लॉकडाउन किया जा रहा है.


जान है तो जहान है- पीएम मोदी 


प्रधानमंत्री ने कहा, ''जनता कर्फ्यू से ज्यादा सख्त ये कदम आवश्यक है. उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग देश के प्रधानमंत्री से लेकर देश के हर नागरिक के लिए है. उन्होंने अपने संबोधन में बार-बार दोहराया कि लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलना है. उन्होंने कहा कि जान है तो जहान है. ये अनुशासन की घड़ी है. हमें अपना वचन और संकल्प निभाना है. आप सभी से प्रार्थना है कि घरों में रहकर उन लोगों के लिए मंगलकामना करिए जो खुद को खतरे में डालकर काम कर रहे हैं. डॉक्टर, नर्स और अस्पताल प्रशासन के लोग दिन रात काम कर रहे हैं.''


जनता कर्फ्यू को देश के लोगों ने सफल बनाया- पीएम


पीएम मोदी ने कहा, ''मेरे प्यारे देशवासियों मैं आज एक बार फिर कोरोना महामारी पर बात करने के लिए आपके बीच आया हूं. 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का जो संकल्प लिया था उसकी सिद्धी के लिए हर भारतवासी ने पूरी जिम्मेदारी के साथ अपना योगदान दिया. हर वर्ग के लोगों ने परीक्षा की इस घड़ी में साथ आए. जनता कर्फ्यू को सफल बनाया. एक दिन के जनता कर्फ्यू ने दिखा दिया कि किस तरह से हम सभी भारतीय एकजुट होकर मुकाबला करते हैं. आप सभी जनता कर्फ्यू के सफलता के पात्र हैं.''


सोशल डिस्टेंसिंग के अलावा कोई दूसरा उपाय नहीं- प्रधानमंत्री


इसके आगे उन्होंने कहा, ''पूरी दुनिया से आ रही खबरों को आप सुन और देख रहे हैं. दुनिया के समर्थ से समर्थ देशों को इस महामारी ने बेसुध कर दिया. ऐसा नहीं है कि उन देशों के पास संसाधनों की कमी नहीं है. लेकिन कोरोना वायरस इतनी तेजी से फैल रहा है कि इन देशों में चुनौती बढ़ती जा रही है. इन देशों के दो महीने के अध्ययन से जो निष्कर्ष निकला है वो एक मात्र विकल्प है सोशल डिस्टेंसिंग. यानी अपने घरों में रहना. इससे बचने का दूसरा कोई उपाय नहीं है.''


संक्रमण के साइकल को तोड़ना होगा- पीएम मोदी


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''कोरोना को फैलने से रोकना है तो इसके संक्रमण के साइकल को तोड़ना होगा. कुछ लोग इस गलतफहमी में है कि सोशल डिस्टेंसिंग सिर्फ बीमार लोगों के लिए है लेकिन ऐसा नहीं है. ये प्रधानमंत्री के लिए भी है.''


लापरवाही की कीमत चुकानी पड़ेगी- प्रधानमंत्री


इसके साथ ही उन्होंने कहा,'' कुछ लोगों की लापरवाही कुछ लोगों की गलत सोच आपके परिवार, आपके दोस्तों और आगे चलकर पूरे देश को बहुत मुश्किल में झोंक देगी. अगर ऐसी लापरवाही जारी रही तो भारत को बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी. कितनी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है. कुछ राज्यों में लॉकडाउन किया गया है. इसको गंभीरता से लेना चाहिए.''


निरंतर कोशिश कर रही है केंद्र और राज्य सरकारें


पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी से बनी स्थितियों के बीच, केंद्र और देशभर की राज्य सरकारें तेजी से काम कर रही है. रोजमर्रा की जिंदगी में लोगों को असुविधा न हो, इसके लिए निरंतर कोशिश कर रही हैं.