मुंबई: इंडियन कोस्ट गार्ड ने अपनी तत्परता और साहस का एक बार फिर परिचय देते हुए 13 भारतीय नाविकों की जान बचाने में अहम भूमिका निभाई. भारतीय कोस्ट गार्ड के साथ-साथ पाकिस्तान की कोस्ट गार्ड कंट्रोल रूम ने इस रेस्क्यू में सहयोग किया. 13 नाविकों को बचाने के लिए इंडियन कोस्ट गार्ड और पाकिस्तान कोस्ट गार्ड के कंट्रोल रूम ने पकिस्तान की समुद्री सीमा में रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी दिखाई.
इंडियन कोस्ट गार्ड के मुंबई सेंटर को गुरुवार सुबह 8 बजकर 5 मिनट पर सूचना मिली कि ओखा से 210 नॉटिकल माइल दूरी पर एक टैंकर जहाज अरब सागर में डूब रहा है. इस जहाज पर 13 भारतीय सेलर मौजूद हैं. कोस्ट गार्ड को जानकारी मिली की मर्चेंट टैंकर MT रिम 5 ईरान के बसरा पोर्ट से भारत के हजीरा पोर्ट के लिए आ रहा था. इसी दौरान जहाज के इंजन में पानी भर गया और जहाज डूबने लगा. यह सब कुछ पाकिस्तान की समुद्री सीमा में हो रहा था.
इंडियन कोस्ट गार्ड ने जानकारी मिलते ही पड़ोसी देश के कराची कंट्रोल रूम और डूबते जहाज पर कैप्टन से बातचीत की. यह पकिस्तान के सर्च और रेस्क्यू रीजन से 90 नॉटिकल माइल अंदर था इसलिए कराची कंट्रोल रूम को यह बताना जरूरी था. इस जानकारी से कराची कंट्रोल रूम अलर्ट हो गया और तकनीकी मदद में सहयोग करने लगा.
मर्चेंट वेसल गंगा ने कोस्ट गार्ड के निर्देश पर जहाज को डूबते हुए जहाज के नजदीक लिया और रेस्क्यू कार्य शुरू किया. 11 बजकर 40 मिनट पर सभी 13 सेलर को बचा लिया गया. भारत या पाकिस्तान की कोस्ट गार्ड पहुंचते उससे पहले मर्चेंट वेसल गंगा के सेलर ने 13 सेलर को बचा लिया. डूबते जहाज की स्थिति पर इंडियन कोस्ट गार्ड नजर रखे हुए हैं.
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