Mumbai Coal Crisis: पावर प्लांटों में कोयले की कमी से बिजली संकट का खतरा बढ़ गया है. कोयले की कमी के कारण कई बिजली घरों में काफी कम दिनों का कोयला बचा हुआ है. सरकार की कोशिश है जल्द से जल्द और ज्यादा से ज्यादा कोयले की आपूर्ति करके इसे टाला जाए. वहीं पावर प्लांट कोयले के लिए सरकार की ओर देख रही है. कोयले की संकट को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बिजली मंत्री आर के सिंह और कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी के साथ बैठक की. इस बैठक में दोनों मंत्रियों ने मिलकर पीएम मोदी को कोयले की आपूर्ति को लेकर जानकारी दी.

पावर प्लांटों में कोयले की कम आपूर्ति होने के कारण बिजली का संकट गहराता जा रहा है. कोयले की कमी के कारण कई बिजली घर बंद होने के कगार पर हैं. महराष्ट्र के 27 यूनिट में से कोयले की कमी के कारण 7 बिजली उत्पादन यूनिट को बंद कर दिया गया है. ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि महाराष्ट्र के किस पावर प्लांट में कितना कोयला बचा है.

किस पावर प्लांट में कितना कोयला

- कोराडी पावर प्लांट में आधे दिन का कोयला बचा है.

- खापरखेड़ा प्लांट में करीब 1 दिन का कोयला बचा है.

- पारस प्लांट में भी करीब एक दिन का कोयला है. 

- भुसावल प्लांट में करीब डेढ़ दिन का कोयला बचा है.

- चंद्रपुर पावर प्लांट में करीब पौने दो दिन का कोयला बचा है.

- नाशिक प्लांट में करीब दो दिन का कोयला है.

- परली प्लांट में भी 2 दिन का कोयला बचा है.

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