मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हिंदू धर्म गुरु, महंत, और संतों से सम्पर्क किया है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने खुद संतों को आश्वासन देते हुए बताया की पालघर में जो घटना हुई है वो साम्प्रदायिक नहीं बल्कि न्याय व्यवस्था से जुड़ा हुआ हादसा है. उद्धव ठाकरे ने संतों को यह भी बताया की जो आरोपी हैं उन्हें घटना के कुछ समय के बाद ही हिरासत में लिया गया और उन पर सख्त कार्रवाई की जा रही है.

जिन संतों में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने सम्पर्क किया उनमें जूनागढ़ अखाड़ा और निर्मोही अखाड़ा परिषद शामिल है. जिनको महाराष्ट्र सरकार की तरफ से आश्वासन दिया गया है कि किसी भी दोषी को बक्शा नहीं जाएगा इसके अलावा स्वामी नरेन्द्र गिरी से भी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से जल्द ही बात करने वाले हैं.

दरअसल पालघर की घटना के बाद इसे साम्प्रदायिक रूप देने की कोशिश हुई. जिसके बाद पुलिस ने पूरी घटना की जांच की और पाया की इसमें दूसरे धर्म के लोग शामिल नहीं है. जिन संतों की मौत हुई उसमें कोई भी साम्प्रदायिकता का सवाल नहीं है.

क्या था मामला

बता दें कि पालघर जिले के ही एक दूसरे इलाके में अफवाह से प्रभावित भीड़ ने दो साधुओं और उनके ड्राईवर की हत्या कर दी. दोनों साधु सूरत में अपने एक साथी के अंतिम संस्कार में जा रहे थे. चूंकि हाईवे पर पुलिस लॉकडाउन के चलते रोक रही थी इसलिये इन्होंने जंगल के अंदर से गुजरने वाला रास्ता लेना तय किया.

गडचिंचली गांव के पास एक फॉरेस्ट चौकी पर जब उनकी कार पहुंची तो हिंसक भीड़ ने उनपर हमला कर दिया. उन्हें बचाने आई पुलिस टीम पर भी हमला किया गया. जब पुलिसकर्मी अपनी जान बचाकर भाग गए तो भीड़ ने तीनों को पीटपीट कर मार डाला.

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