नई दिल्ली: कांग्रेस ने शनिवार को नरेंद्र मोदी सरकार के ‘स्वच्छ भारत अभियान’ को पूरी तरह विफल करार देते हुए आरोप लगाया कि सरकार विज्ञापनों के जरिए इस सच्चाई को दबाने की कोशिश कर रही है. दूसरी ओर पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, ‘‘कई दूसरी योजनाओं और कार्यक्रमों के मुकाबले, मोदी जी ने यूपीए सरकार के ‘निर्मल भारत अभियान’ में थोड़ा फेरबदल कर ‘स्वच्छ भारत अभियान’ की शुरुआत की. चार साल में दूसरी योजना ठीक से जमीन पर भी न उतर पाईं और मोदी जी की दूसरी योजनाओं की तरह स्वच्छ भारत अभियान भी पूरी तरह विफल हो गया.’’

जयराम ने आगे कहा, "सरकारी पैसे का दुरूपयोग करते हुए बड़े पैमाने पर शौचालयों का निर्माण किया गया जबकि सच्चाई ये है कि कई स्थानों में पानी की कमी के कारण शौचालयों का इस्तेमाल ही नहीं हो रहा है. इस बात का उल्लेख कैग ने भी अपनी रिपोर्ट में किया. ग्रामीण विकास से संबंधित लोकसभा की समिति ने जुलाई 2018 की रिपोर्ट में स्पष्ट कहा है कि स्वच्छता से संबंधित आंकड़े सिर्फ ‘कागजी’ हैं और इनका हकीकत से कोई वास्ता नहीं है."

रमेश ने कहा, ‘‘साल 2016 -17 में स्वच्छता मिशन के लिए पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय ने 14000 करोड़ रुपये की मांग की थी जबकि आवंटित सिर्फ 9000 करोड़ रुपये ही हुए. इस पर जब मंत्रालय ने आपत्ति जताई तो राशि को बढ़ाकर 10500 करोड़ रुपए कर दिया गया था. हालांकि, वो भी निर्धारित जरूरत से काफी कम था. इसमें भी मई 2018 तक राज्यों में 9890 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च नहीं हुई.’’ उन्होंने आरोप लगाया, "मोदी सरकार विज्ञापनों के माध्यम से स्वच्छ भारत अभियान की सच्चाई को दबाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है."

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