Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार की सुबह मामलों की सुनवाई के दौरान भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने सिस्टम को दरकिनार करने की कोशिश करने वाले एक वकील के साथ सख्ती से पेश आए. CJI ने वकील से कहा, "मेरे अधिकार के साथ खिलवाड़ मत करो."

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दरअसल, वकील ने जल्द तारीख पाने के लिए मामले को एक अन्य पीठ के समक्ष उल्लेख करने की मांग की, जबकि मामला पहले ही सीजेआई ने 17 अप्रैल के लिए सूचीबद्ध किया था. वकील ने जल्दी तारीख के लिए कोशिश की, जिस पर चीफ जस्टिस ने उसे मना कर दिया. वकील फिर भी नहीं माना, जिस पर सीजेआई को गुस्सा आ गया.

सीजेआई ने नहीं बदली तारीख

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सीजेआई ने पूछा कि आपकी तारीख 17 अप्रैल को है, आप 14 अप्रैल को तारीख पाने के लिए इसे दूसरी पीठ के समक्ष इसका उल्लेख करना चाहते हैं? इसके बाद वकील ने कहा कि इसी तरह का मामला कल अदालत ने उठाया था और कुछ नए मामलों का भी उल्लेख किया गया था.

सीजेआई ने कहा, हम 17 अप्रैल की तारीख दे रहे हैं. यह 17 को सुना जाएगा. जल्दी डेट पाने के लिए इसका कहीं अन्य उल्लेख न करें.

वकील पर आया गुस्सा

इस पर वकील ने फिर से डेट बदलने की कोशिश करते हुए कहा कि कृपया मुझे माफ करें तो जस्टिस चंद्रचूड़ को गुस्सा आ गया. उन्होंने कहा, "आपको जरूर माफ कर देंगे लेकिन आप भी मुझे माफ करें. 17 का मतलब 17 है. मेरे अधिकार के साथ खिलवाड़ मत कीजिए."

इसके पहले मार्च में भी मुख्य न्यायाधीश की कोर्ट में उस समय गरमागरम बहस देखी थी जब एक वरिष्ठ वकील ने एक निश्चित तिथि पर मामले को पहले आइटम के रूप में सूचीबद्ध करने की मांग की थी. सीजीआई ने वकील से कहा था, “मुख्य न्यायाधीश को धमकी मत दो. मैं आपके दबाव में नहीं आऊंगा."

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