जातीय जनगणना को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के दावों पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने पलटवार किया और कहा, 'जिसको जो क्रेडिट लेना है वो ले लें.' जातीय जनगणना के ऐलान के बाद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने जश्न मनाया और कहा कि ये उनकी पार्टी और लालू यादव की जीत है और अब भारतीय जनता पार्टी (BJP) इसका श्रेय लेगी. सियासी तनातनी के बीच चिराग पासवान ने आरजेडी पर पलटवार किया और कहा, 'जो लोग केंद्र की मंशा पर शक कर रहे थे अब उनमें जातीय जनगणना का श्रेय लेने की होड़ लगी है.'
केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा)- रामविलास के प्रमुख चिराग पासवान ने अगली जनगणना में जाति गणना को शामिल करने के केंद्र सरकार के फैसले की सराहना की है. गुरुवार (1 मई, 2025) को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की और कहा कि समाज के पिछड़े वर्गों को मुख्यधारा में लाने के लिए यह कदम जरूरी था.
चिराग पासवान ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार द्वारा लिया गया निर्णय भीमराव आंबेडकर के सपनों को पूरा करेगा. चिराग ने जाति जनगणना का श्रेय लेने की कोशिश करने के लिए कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और अन्य विपक्षी दलों की आलोचना की.
लोजपा (रामविलास) नेता ने आरोप लगाया कि विपक्षी दल श्रेय लेने के लिए एक-दूसरे से होड़ कर रहे हैं जबकि उन्होंने सत्ता में रहते हुए कुछ नहीं किया. लोजपा (रामविलास), भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन का हिस्सा है. चिराग पासवान ने कहा, 'कल (बुधवार को) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राजग सरकार ने एक बहुत ही महत्वपूर्ण निर्णय लिया. यह समय की मांग थी.'
चिराग पासवान ने कहा कि इससे समाज के उन वर्गों को मुख्यधारा में लाने में मदद मिलेगी, जिन्हें सरकारी योजनाओं या आरक्षण नीति का कोई लाभ नहीं मिल रहा था. उन्होंने कहा कि यह निर्णय सामाजिक न्याय को और मजबूत करेगा. चिराग पासवान ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने केंद्र के फैसले का श्रेय लेना शुरू कर दिया, जबकि उन्होंने जाति जनगणना के मुद्दे को केवल वोट के लिए लोगों को गुमराह करने के ‘राजनीतिक हथियार’ के रूप में इस्तेमाल किया.
चिराग पासवान ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी की पार्टी आजादी के बाद कई दशकों तक केंद्र में सत्ता में रही, लेकिन उसने जाति जनगणना नहीं कराई. चिराग ने कहा, 'सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही ऐसा करने की इच्छा रखते हैं.' उन्होंने कांग्रेस शासित कर्नाटक और तेलंगाना में कराए गए जाति सर्वेक्षणों को अपारदर्शी और राजनीति से प्रेरित बताया.
चिराग पासवान ने विपक्ष के उस आरोप को खारिज कर दिया, जिसमें मोदी सरकार पर, खासकर बिहार में चुनाव को ध्यान में रखते हुए अगली जनगणना में जाति गणना को शामिल करने का फैसला करने का आरोप लगाया गया था. चिराग पासवान ने कहा, 'अगर ऐसा होता तो हम 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले यह काम कर लेते.'