हैदराबाद के पास चिल्कुर बालाजी मंदिर के मुख्य पुजारी रंगराजन पर हुए हमले के मामले में सोमवार (10 फरवरी, 2025) को श्री रामराज्यम संगठन के संस्थापक कोव्वुरी वीर राघव रेड्डी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.

राजेन्द्र नगर जोन के डीसीपी च. श्रीनिवास के अनुसार, 7 फरवरी की सुबह 8:00 बजे लगभग 20-25 लोग काली वर्दी में रंगराजन के निवास पर पहुंचे. उन्होंने वित्तीय सहायता की मांग की और उन्हें 'राम राज्यम सेना' में लोगों की भर्ती करने के लिए दबाव डाला. रंगराजन के इनकार करने पर हमला कर दिया. ये घटना 8 फरवरी 2025 को सामने आई, जिसके बाद रंगराजन की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया. 10 फरवरी की सुबह, खम्मम और निज़ामाबाद जिलों की 2 महिलाओं सहित 5 और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.

'राम राज्यम' नाम से बनाया यूट्यूब चैनल 

आरोपी वीर राघव रेड्डी ने 2022 में 'राम राज्यम' नाम से एक यूट्यूब चैनल बनाया. इस चैनल के जरिए वो लोगों से हिंदू धर्म की रक्षा के लिए 'राम राज्यम सेना' में शामिल होने की अपील करता था. उसने ये भी घोषणा की थी, कि जो भी सितंबर 2024 से 31 दिसंबर 2024 के बीच संगठन में शामिल होगा उसे ₹20,000 मासिक वेतन के साथ भर्ती किया जाएगा.

इस पोस्ट के बाद, 25 लोग पहली बार 24 जनवरी 2025 को तनुकु में आरोपी से मिले. उन्होंने स्थानीय दर्जी से वर्दी सिलवाई और 7 फरवरी 2025 को वो 3 वाहनों में चिल्कुर गए और अपराध को अंजाम दिया. घटना के बाद से ही कांग्रेस सरकार पर आरोपितों की गिरफ्तारी का दबाव था. 

CM ने चिलुकुरू बालाजी मंदिर के मुख्य पुजारी रंगराजन से की बात

बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के. तारक रामा राव ने सोमवार को पुजारी रंगराजन से मुलाकात की और उन पर हमला राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था का सबूत बताया. वहीं, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री संजय कुमार ने भी पुजारी से फ़ोन पर बात की और उनको समर्थन दिया.

मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने चिलुकुरू बालाजी मंदिर के मुख्य पुजारी रंगराजन को फोन किया और पुलिस अधिकारियों को हमले में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए. सीएम ने कहा, 'ऐसे हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे.'