नई दिल्ली: गृह मंत्रालय ने कहा कि साल 2021 की जनगणना से जुड़ा कार्य इस साल शुरू हो जाएगा. इसके तहत देश की समूची 1.30 अरब आबादी को कवर किया जाएगा. गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली एक उच्च स्तरीय बैठक में इस विषय पर और 2021 की जनगणना शुरू करने के खाके पर चर्चा की गई.
मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि 2021 की जनगणना के सिलसिले में 2018 की जरूरी गतिविधियों पर बैठक में चर्चा हुई. इनमें डिजाइन तैयार करना, हितधारकों की बैठक और चयनित राज्यों में पायलट प्रोजेक्ट शामिल है. पिछली जनगणना 2011 में हुई थी. इसकी रिपोर्ट के मुताबिक भारत की आबादी 1,210,854,977 थी.
सिंह ने असम में राष्ट्रीय नागरिक खाता (एनआरसी) को अपडेट किए जाने की प्रगति, राष्ट्रीय जनसंख्या खाता से जुड़ी गतिविधियां पूरी करने, नागरिक पंजीकरण प्रणाली को बेहतर और सुदृढ़ करने पर भी चर्चा की. असम में एनआरसी को अपडेट किए जाने के सिलसिले में इसे बताया गया कि उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के मुताबिक 1. 9 करोड़ लोगों की एक मसौदा सूची 31 दिसंबर 2017 को प्रकाशित की गई.
बयान के मुताबिक शेष आवेदकों को शामिल करते हुए एक अन्य मसौदा सूची उनका सत्यापन पूरा करने के बाद प्रकाशित की जाएगी. गृह मंत्री को बताया गया कि 2015 में एनआरसी अपडेट किए जाने से जुड़ा कार्य ज्यादातर राज्यों में पूरा हो गया है.
बैठक में यह जानकारी दी गई कि अखिल भारतीय स्तर पर जन्म के पंजीकरण का स्तर 88 फीसदी और मृत्यु के पंजीकरण का करीब 76.6 फीसदी था . केंद्रीय गृह सचिव राजीव गाबा और महा रजिस्ट्रार तथा गृह मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में मौजूद थे.