नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) छात्र नेता उमर खालिद पर कुछ अज्ञात लोगों ने सोमवार को संसद भवन के पास कांस्टीट्यूशन क्लब के ठीक बाहर फायरिंग कर दी. लेकिन उन्हें कोई गोली नहीं लगी. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में अब एक संदिग्ध हमलावर का सीसीटीवी फुटेज जारी किया है. यह सीसीटीवी फुटेज बिट्ठलभाई रोड का है. सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि हमलावर गोली चलाने के बाद भागता दिख रहा है.

आपको बता दें कि कल भागते वक़्त हमलावर का हथियार बिट्ठलभाई रोड पर गिर गया. पुलिस ने उस हथियार को जब्त कर लिया था. पिस्टल पुलिस के कब्जे में है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक पिस्टल कंट्री मेड है, जिसमें 6 जिंदा कारतूस भी मिले.

चश्मदीदों के मुताबिक उमर खालिद जब कांस्टीट्यूशन क्लब के गेट पर थे तब दो गोलियां चलायी गयीं. यहां खालिद ‘यूनाइटेड अगेंस्ट हेट’ संगठन के ‘खौफ से आजादी’ नामक एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे.

केस दर्स

इस मामले में पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ आर्म्स एक्ट और हत्या की कोशिश का मामला दर्ज कर लिया है. ये केस संसद मार्ग थाने में दर्ज हुआ है. बताया जा रहा है कि क्राइम ब्रांच भी इस मामले की जांच में जुटी हुई है.

देश में खौफ का माहौल है- उमर खालिद घटना के बाद उमर खालिद ने कहा, ‘‘देश में खौफ का माहौल है और सरकार के खिलाफ बोलने वाले हर व्यक्ति को डराया-धमकाया जा रहा है.’’ पुलिस घटनास्थल पर है और मामले की जांच कर रही है. उसने वह हथियार जब्त कर लिया है जो आरोपियों के भागते समय उनके हाथों से गिर गया था.

आरोपियों ने भागते समय एक और गोली चलाई- खालिद के दोस्त उमर खालिद के साथ कांस्टीट्यूशन क्लब गए सैफी ने कहा, ‘‘हम चाय पीने गए थे जब तीन लोग हमारी तरफ आए. उनमें से एक ने खालिद को जकड़ लिया जिसका विरोध करते हुए खालिद ने खुद को छुड़ाने की कोशिश की,’’ सैफी ने कहा, ‘‘गोली चलने की आवाज आने के साथ वहां अफरा तफरी मच गई,लेकिन खालिद घायल नहीं हुए. आरोपियों ने भागते समय एक और गोली चलाई.’’

कौन हैं उमर खालिद? नौ फरवरी 2016 को जेएनयू में डेमोक्रेटिक स्टूडेंट यूनियन की तरफ से अफ़ज़ल गुरु की बरसी पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था. ये कार्यक्रम डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स यूनियन यानी डीएसयू के उमर खालिद की अगुवाई में हुआ था. उमर खालिद, अनिर्बन भट्टाचार्या और कन्हैया कुमार पर इस कार्यक्रम में देश विरोधी नारे लगाने का आरोप लगा था.