केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने इंटरपोल चैनल के जरिए दो फरार वांटेड अपराधियों सुहैल बशीर और तौफिक नजीर खान को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से भारत लाने में सफलता हासिल की है. ये दोनों अपराधी भारत के अलग-अलग राज्यों की पुलिस की लिस्ट में लंबे समय से वांटेड थे.
CBI के इंटरनेशनल पुलिस कोऑपरेशन यूनिट (IPCU) को अबू धाबी की NCB और केरल पुलिस के साथ मिलकर सुहैल बशीर को 2 अप्रैल 2025 को भारत लाने में सफलता मिली. केरल पुलिस की टीम आरोपी को लेकर कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंची. सुहैल बशीर केरल के एर्नाकुलम जिले के मुवाटुपुझा पुलिस स्टेशन में दर्ज एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म के मामले में आरोपी है. उसके खिलाफ POSCO एक्ट के तहत मामला दर्ज है और वो तब से फरार था. CBI ने 2 दिसंबर 2024 को इंटरपोल से रेड नोटिस जारी करवाया था.
इंटरपोल ने जारी किया था रेड कॉर्नर नोटिस दूसरे मामले में CBI की IPCU यूनिट अबू धाबी की NCB के साथ मिलकर तौफिक नजीर खान को भी यूएई से भारत वापस लाई. वो गुजरात के मेहसाणा जिले के बावलू पुलिस स्टेशन में दर्ज एक मामले में वांटेड था. उस पर धोखाधड़ी और साजिश के तहत जालसाजी करने का आरोप है. आरोपी के खिलाफ 25 फरवरी 2025 को इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था. तौफिक को भी 2 अप्रैल 2025 को कोचीन एयरपोर्ट लाकर गुजरात पुलिस के हवाले किया गया.
पिछले कुछ सालों में 100 से अधिक अपराधियों को लाया गया भारतCBI भारत में इंटरपोल के नेशनल सेंट्रल ब्यूरो के रूप में काम करती है और भारतपोल सिस्टम के जरिए देश की सभी एजेंसियों को इंटरपोल के जरिए मदद देती है. इंटरपोल की तरफ से जारी रेड नोटिस पूरी दुनिया की पुलिस एजेंसियों को भेजा जाता है ताकि अपराधियों को ढूंढकर वापस लाया जा सके. पिछले कुछ सालों में 100 से अधिक अपराधियों को इस तरह से भारत वापस लाया गया है.
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