नई दिल्ली: नोटबंदी के बाद से देश के कई सहकारी बैंक जांच एजेंसियों के निशाने पर हैं. माना जा रहा है कई बैंकिंग नियमों में मिली छूट का फायदा उठाकर इनमें से कई बैंक काले धन को सफेद करने के खेल में लगे हुए हैं. कल केरल के एक सहकारी बैंक पऱ छापा मारकर 266 करोड़ रुपए जब्त किए गए. बैंक इतनी रकम जमा कराने वालों की सही जानकारी नहीं दे पा रहा था.


केरल के कोऑपरेटिव बैंक पर शिकंजा


केरल के मल्लापुरम जिला कोऑपरेटिव बैंक से 266 करोड़ जब्त की गई है. सीबीआई को जानकारी मिली थी कि इस बैंक में 10 से 14 नवंबर के बीच बड़ी मात्रा में पैसा जमा किया गया था. इस जानकारी के आधार पर सीबीआई ने यहां छापा मारा था.


बिना दस्तावेजों के जमा हुई रकम


छापेमारी में पता चला कि बैंक में करीब 266 करोड़ रुपए बिना जरूरी दस्तावेजों के जमा कराए गए यानी बैंक के पास जमा कराने वालों की पूरी जानकारी और दस्तावेज नहीं थे. जिसके बाद सीबीआई ने बैंक से उसके सभी खाताधारकों की पूरी जानकारी मांगी है. अगर जांच में ये रकम कालाधन साबित होती है तो ये अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी होगी.


चंडीगढ़ में सेक्टर 22 के स्टेट कोऑपरेटिव बैंक पर छापा


चंडीगढ़ स्टेट कोऑपरेटिव बैंक में कल करीब साढ़े सात घंटे तक आयकर विभाग के अधिकारी छानबीन करते रहे. सेक्टर 22 के सहकारी बैंक में सुबह 11 बजे से ही छापेमारी शुरू हो गई थी. आयकर अधिकारियों ने कई दस्तावेजों को कब्जे में लिया है.


  


अहमदाबाद में एक्सिस बैंक की मायमनगर शाखा पर छापा


अहमदाबाद की मायमनगर में एक्सिस बैंक की इस शाखा में भी करीब 18 घंटे तक आयकर विभाग का सर्वे चला. आयकर विभाग को इस बैंक में नोटों की हेराफेरी का शक है, जिसके चलते ये कार्रवाई की गई. इस दौरान खासतौर से उन 19 बैंक खातों की जांच की गई जिनमें 8 नवंबर के बाद से 89 करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ था. 4 लोगों ने ये खाते खुलवाए थे, जिनमें पैसा जमा करने के बाद उन्हें दूसरे खातों में ट्रांसफर किया गया. इस मामले में 4 बैंक अधिकारी शक के घेरे में हैं. आयकर विभाग ने बैंक के कुछ कंप्यूटर की हार्ड डिस्क और कई कागजात कब्जे में लिए हैं.



भोपाल में बीजेपी नेता के सहकारी बैंक में छापेमारी जारी


भोपाल में बीजेपी नेता सुशील वासवानी के महानगर नागरिक सहकारी बैंक में नोटबंदी के बाद से 100 से ज्यादा खाते खुले औऱ उनमें करोड़ो रुपए का लेनदेन हुआ. इस मामले में यहां भी पिछले 3 दिनों से आयकर विभाग की कार्रवाई चल रही है. अब तक उनके कई ठिकानों पर छापा मारा जा चुका है, जिसमें कैश, ज्वैलरी और अहम दस्तावेज मिलने की बात सामने आ रही है, हालांकि सुशील वासवानी का कहना है कि इन छापों में अब तक कुछ भी बरामद नहीं हुआ है.



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