IT Department Faceless Scheme : देश में आयकर विभाग की 'फेसलेस स्कीम' को पारदर्शिता और भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए शुरू किया गया था, लेकिन इस सिस्टम को कमजोर करने की कोशिशें भी सामने आई. CBI ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए एक वरिष्ठ IRS अधिकारी और एक प्राइवेट व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. ये पहली गिरफ्तारी है जो इस घोटाले की जांच में हुई है.
गिरफ्तार किए गए IRS अफसर विजयेंद्र और प्राइवेट व्यक्ति दिनेश कुमार अग्रवाल पर आरोप है कि इन्होंने मिलकर कई बड़े इनकम टैक्स मामलों में टैक्सपेयर्स से पैसे लेकर उन्हें फायदा पहुंचाने की साजिश रची. जांच में सामने आया कि ये लोग गुप्त जानकारी जैसे कि कौन अधिकारी केस देख रहा है, किन मुद्दों पर जांच चल रही है, जैसी बातें टैक्सपेयर्स को बताते थे और बदले में मोटी रकम वसूलते थे.
सरकार ने भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए शुरू की थी स्कीम
सरकार ने ‘फेसलेस स्कीम’ इसलिए शुरू की थी ताकि करदाताओं और अधिकारियों के बीच सीधा संपर्क खत्म हो और भ्रष्टाचार पर लगाम लगे. इस स्कीम के तहत करदाताओं को ये पता नहीं होता कि उनका केस कौन अधिकारी देख रहा है, जिससे कोई पक्षपात या रिश्वत की गुंजाइश ना रहे. लेकिन इस केस में सामने आया है कि कुछ लोगों ने इस स्कीम के नियमों की अनदेखी कर, अंदरूनी जानकारी लीक की और पैसों की डील की.
CBI ने 18 जगहों पर की थी कार्रवाई, बरामद किए कई अहम सबूत
CBI ने इससे पहले 6 फरवरी, 2025 को दिल्ली, मुंबई, ठाणे, बिहार के पश्चिम चंपारण, बेंगलुरु, केरल के कोट्टायम सहित 18 जगहों पर छापेमारी की थी. इन छापों में कई अहम दस्तावेज, रिश्वत से जुड़े सबूत और डिजिटल डाटा बरामद हुआ.
ये मामला तब सामने आया जब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने इस संदर्भ में CBI को शिकायत की. शुरुआती जांच के बाद CBI ने IRS अधिकारी, इनकम टैक्स विभाग के दो इंस्पेक्टर, पांच चार्टर्ड अकाउंटेंट्स, एक प्राइवेट व्यक्ति और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया. CBI का कहना है कि जांच अभी जारी है और आने वाले समय में और भी खुलासे हो सकते हैं.