Airlines Bomb Threat: पिछले कुछ समय से देश विदेश की प्रमुख उड़ानों को लगातार मिल रही बम की धमकियों मिली रही हैं. इस वजह से एयरलाइन कंपनियों को भी नुकसान हो रहा है. इन घटनाओं पर अब सुरक्षा एजेंसियों की भी नजर लगी हुई है. 

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सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश में लगी ही है कि इन धमकियों के पीछे किस आतंकवादी संगठन का हाथ है. इसी बीच सुरक्षा एजेंसियों को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. 

सुरक्षा एजेंसियों ने की सोर्स की पहचान

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महाराष्ट्र के पूर्वी विदर्भ क्षेत्र में माओवाद प्रभावित गोंदिया जिले के एक 35 वर्षीय युवक की पहचान फर्जी ईमेल की श्रृंखला के सोर्स के रूप में कर ली गई है. इस युवक को सारे फसाद की जड़ माना जा रहा है. इस युवक के फर्जी ईमेल की वजह से रेलवे स्टेशनों और हवाई अड्डों सरकार को सुरक्षा बढ़ानी पड़ी थी.

जानकारी के अनुसार, आतंकवाद पर किताब लिखने वाले जगदीश उइके ने दावा किया है कि उसे एक गुप्त आतंकी कोड (25-एमबीए-5-एमटीआर) के बारे में पता है. ये कोड बता सकता है कि आने वाले समय में कहां पर ब्लास्ट हो सकता है. उसे 2021 में पकड़ा गया था. ईमेल का पता चलने के बाद से वह फरार है.

विभिन्न सरकारी एजेंसियों को भेजे थे ईमेल

शीर्ष सुरक्षा एजेंसी के सूत्रों ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि उइके ने प्रधानमंत्री कार्यालय, केंद्रीय रेल मंत्री, महाराष्ट्र के सीएम और उनके डिप्टी, एयरलाइन कार्यालयों, डीजीपी और रेलवे सुरक्षा बल सहित विभिन्न सरकारी एजेंसियों को ईमेल भेजे थे. इसके बाद सोमवार को नागपुर पुलिस ने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के त्रिकोणी पार्क स्थित आवास के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी, क्योंकि उइके ने धमकी दी थी कि अगर उन्हें गुप्त आतंकी कोड पर सुनवाई का मौका नहीं दिया गया तो वो विरोध प्रदर्शन करेगा. 

उन्होंने कथित आतंकी हमलों के बारे में अपने पास मौजूद विवरणों पर चर्चा करने के लिए पीएम मोदी से मिलने का भी अनुरोध किया. 21 अक्टूबर को उइके द्वारा केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को भेजे गए ईमेल, जिसे डीजीपी और आरपीएफ को भी भेजा गया था, के कारण रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी उपाय बढ़ा दिए गए.