Surana Dalit Boy Death Case: राजस्थान के जालोर जिले के सुराणा गांव में एक नौ साल के विद्यार्थी इंद्र मेघवाल की मौत के मामले में कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह समेत पांच लोगों के खिलाफ स्थानीय कोतवाली में मामला दर्ज करवाया गया है. आरोप है कि दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया के माध्यम से शिक्षक के विद्यालय को आरएसएस का बता कर घृणा और दुर्भावना पैदा करने की कोशिश की.


दरअसल, 20 जुलाई को सुराणा गांव सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल में तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले इंद्र मेघवाल की मौत हो गई थी. इसे लेकर स्कूल के शिक्षक छैल सिंह पर बच्चे की पिटाई करने का आरोप लगा था. आरोप यहां तक लगा था कि दलित जाति से आने वाले इंद्र ने स्कूल में पानी का मटका छू लिया, जिससे नाराज होकर शिक्षक छैल सिंह ने उसकी पिटाई कर दी थी. हालांकि, स्कूल ने ऐसे किसी भी आरोप से इनकार किया है. मामले ने सोशल मीडिया पर लोगों का ध्यान खासा खींचा है. 


पुलिस शिकायत में यह कहा गया


पुलिस के मुताबिक, जालोर के शिवाजी नगर निवासी वकील मधुसूदन व्यास ने दिग्विजय सिंह और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. पुलिस में दर्ज मामले के मुताबिक, सायला पुलिस थाने के सुराणा गांव में घटित घटना को लेकर दिग्गविजय सिंह, उदित राज, संदीप सिंह, ब्लॉगर हंसराज मीणा, और गौतम कश्यप द्वारा 14 अगस्त 2022 से 17 अगस्त 2022 तक अलग-अलग प्रकार से लगभग एक जैसी शब्दावली में टवीट किए गए और इन सब में सुराणा की घटना के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को जिम्मेदार ठहराने का प्रयास किया गया.


पुलिस शिकायत में कहा गया है कि विद्यालय को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का विद्यालय बताया गया और समाज में संघ जैसे पवित्र राष्ट्र भक्त सेवा भावी संगठन के प्रति लोगो में वैमनस्य उत्पन्न हो, इसका पूरा-पूरा प्रयास किया है. शिकायत में कहा गया कि ऐसे ट्वीट जानबूझकर किए गए ताकि समाज में लोग संघ से नाराज होकर उसके कार्यालयों पर हमले करें और स्वयंसेवको के साथ दुरव्यवहार करें. शिकायत में कहा गया कि भारत के समाज में घृणा और आपसी शत्रुता उत्पन्न करने के लिए ये ट्वीट किए गए ताकि समुदायों में संघर्ष उत्पन्न हो.


शिकायत में आगे यह कहा गया


पुलिस में दर्ज शिकायत में कहा गया कि संदीप सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा कि छात्र को आरएसएस द्वारा संचालित स्कूल के अध्यापक ने घड़े से पानी पीने के कारण पीट-पीटकर मार डाला. इसी प्रकार का ट्वीट दिग्गविजय सिंह, डॉक्टर उदित राज, गौतम कश्यप, हंसराज मीणा द्वारा किए गए. ये एक प्रकार से समुदाय को असत्य कथन कर संघ के विरुद्ध भड़काना चाहते हैं.


यह भी पढ़ें


Explained: मनीष सिसोदिया का लैपटॉप और मोबाइल जब्त, जानें जांच एजेंसियां कैसे जुटाती हैं सबूत, पर्सनल डेटा को लेकर क्या हैं नियम


Delhi Murder: शराब के नशे में किरायेदार ने की मकान मालिक की हत्या, मृत शरीर का बनाया वीडियो-ली सेल्फी, गिरफ्तार