नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनल) और महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (एमटीएनएल) के कर्मचारियों में इन दिनों वीआरएस यानी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने की होड़ लगी हुई है. इसी होड़ के चलते वीआरएस लेने वाले कर्मचारियों ने रिकॉर्ड बनाया है. दोनों कंपनियों के 92000 से ज्यादा कर्मचारियों ने अभी तक वीआरएस के लिए आवेदन किया है.


टेलीकॉम मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि वीआरएस स्कीम को अप्रत्याशित सफलता मिली है. बीएसएनल और एमटीएनएल के 92,000 से ज्यादा कर्मचारी अभी तक वीआरएस के लिए अप्लाई कर चुके हैं. सूत्रों का कहना है कि भारत संचार निगम लिमिटेड के अभी तक 79050 कर्मचारियों ने वीआरएस के लिए अप्लाई किया है.


वहीं महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड के 13500 से ज्यादा कर्मचारी अभी तक वीआरएस के लिए आवेदन कर चुके हैं. इस तरह से देखें तो कुल मिलाकर दोनों कंपनियों के 92550 कर्मचारी वीआरएस के लिए अप्लाई कर चुके हैं. सूत्रों का कहना है कि वीआरएस को अप्रत्याशित सफलता मिल रही है क्योंकि बीएसएनल के 83 हजार कर्मचारियों को वीआरएस देने का लक्ष्य रखा गया है. जबकि एमटीएनएल के 15000 कर्मचारियों को वीआरएस देने का लक्ष्य रखा गया है. ऐसे में 92550 का आंकड़ा विभाग के लिए बेहद उत्साहजनक है.


1 दिसंबर से मोबाइल पर बात करना हो जाएगा महंगा, टेलीकॉम कंपनियों ने दे दिए हैं संकेत


गौरतलब है कि बीएसएनल में तकरीबन डेढ़ लाख कर्मचारी हैं जिसमें से लगभग 100000 कर्मचारी वीआरएस स्कीम के लिए पात्र है. यह स्कीम 4 नवंबर को खोली गई थी जोकि 3 दिसंबर तक कर्मचारियों के लिए खुली रहेगी. बीएसएनएल और एमटीएनएल के सभी रेगुलर और परमानेंट कर्मचारियों के लिए यह स्कीम खुली हुई है जिनकी उम्र 50 वर्ष या उससे ज्यादा है.


गौरतलब है कि पिछले महीने ही कैबिनेट ने बीएसएनएल और एमटीएनएल के लिए 69 हजार करोड़ के रिवाइवल पैकेज का एलान किया था. इस पैकेज में कर्मचारियों को वीआरएस देना भी शामिल है. कर्मचारियों को वीआरएस देने के बाद बीएसएनल और एमटीएनएल का विलय भी किया जाएगा.