Security at India-Pakistan Border: सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने सोमवार (24 फरवरा, 2025) को पंजाब और जम्मू में भारत-पाकिस्तान सीमा पर अतिरिक्त जवानों की तैनाती का आदेश दिया है. इस कदम का उद्देश्य घुसपैठ, हथियारों और ड्रग्स की तस्करी को रोकना है, जिसमें ड्रोन गतिविधियों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
BSF की पश्चिमी कमान (चंडीगढ़ मुख्यालय) ने पंजाब और जम्मू में 9 नए सामरिक (टैक) मुख्यालय स्थापित करने का निर्देश दिया है. इन मुख्यालयों में बेहतर खुफिया निगरानी और ऑपरेशन क्षमताएं होंगी. नए बनाए गए नियंत्रण कक्ष इन इलाकों में सुरक्षा को सीधे मॉनिटर करेंगे.
‘टैक मुख्यालय’ क्या है?दरअसल, ये सीमा के करीब स्थित अग्रिम बेस होते हैं. ये बटालियन मुख्यालय से आगे और सीमा चौकियों के ठीक पीछे होते हैं. इन मुख्यालयों में बटालियन कमांडिंग ऑफिसर (CO) सहित वरिष्ठ कमांडर मौजूद रहेंगे.
BSF की रणनीति और नई तैनातीBSF ने बटालियन मुख्यालयों से जवानों को अग्रिम मोर्चों पर तैनात करने का आदेश दिया है. घुसपैठ और ड्रोन हमलों के खतरे को देखते हुए यह कदम उठाया गया है. सभी फैसले तत्काल प्रभाव से लागू किए जा रहे हैं. BSF के फील्ड अधिकारियों के अनुसार, बटालियन कमांडिंग ऑफिसर (CO) कई इकाइयों की जिम्मेदारी संभालते हैं. उन्हें अलग-अलग सुरक्षा चौकियों का निरीक्षण करने की जरूरत होती है. 24x7 एक ही स्थान पर तैनात रहने से प्रशासनिक समस्याएं हो सकती हैं.
भारत-पाक सीमा पर BSF की सुरक्षा जिम्मेदारीबता दें कि 2,289 किमी लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा BSF के जिम्मे है. इसमें जम्मू-कश्मीर से लेकर पंजाब, राजस्थान और गुजरात तक फैली सीमा शामिल है. पंजाब में BSF 553 किमी सीमा की सुरक्षा करती है. जम्मू में BSF 40.07 किमी LoC और 191.66 किमी अंतरराष्ट्रीय सीमा की निगरानी करती है.
ड्रोन और घुसपैठ पर BSF की कार्रवाई2023 में BSF ने पंजाब सीमा पर 107 ड्रोन जब्त किए थे, जबकि 2024 में यह संख्या 294 हो गई. BSF ने पाकिस्तान से आए चार घुसपैठियों को मार गिराया. 30 पाकिस्तानी नागरिक और 161 भारतीय तस्कर पकड़े गए. 283 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई, जिसमें अधिकतर ड्रोन से लाई गई थी. BSF ने पाया कि अधिकतर ड्रोन चीन में निर्मित हैं. ड्रोन के जरिए हथियार और ड्रग्स भारत भेजने की कोशिश की जाती है.