Maharashtra News: महाराष्ट्र (Maharashtra) के नंदुरबार के आदिवासी इलाके में 45 दिन बाद एक लड़की का शव दोबारा पोस्टमार्टम के लिए निकाला गया. परिवार वालों का आरोप है कि उनकी लड़की की हत्या रेप के बाद की गई थी. परिवार ने मामले में पुलिस पर लापरवाही का भी आरोप लगाया है. उनका कहना है कि पुलिस ने ठीक से मामले की जांच नहीं की. 


बता दें कि, महाराष्ट्र में नंदुरबार के आदिवासी इलाके में एक आदिवासी लड़की को बलात्कार करने के बाद मारकर पेड़ से लटका दिया गया था. परिवार का कहना है कि पुलिस ने इस मामले को आत्महत्या करार दिया है, जोकि गलत है. लड़की के पिता की मांग के बाद एक बार फिर से शव को निकाला गया है और पोस्टमार्टम के लिए मुंबई के जेजे अस्पताल भेज दिया गया है. 


परिवार ने नमक के गड्ढे में सुरक्षित रखा शव 


जब पुलिस वालों ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की तो घर वालों ने गड्ढा खोदकर उसमें नमक डालकर लड़की की लाश को बचाकर रखा. आदिवासी लड़की का मामला होने के कारण कुछ सामाजिक संगठनों ने भी इसके खिलाफ आवाज उठाई थी और पुलिस से ठीक तरह से जांच करने की मांग की थी.  


पोस्टमार्टम के लिए मुंबई भेजा गया शव 


महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे तक से इस मामले की शिकायत की जा चुकी है. परिवार की तमाम कोशिशों के बाद अब एक बार फिर से मामले की जांच शुरू हो गई है. शव निकालने के इस दौरान तमाम ग्रामीणों के अलावा पीड़ित परिवार भी मौजूद था. गांव के सरपंच और अन्य लोग भी एम्बुलेंस के साथ मुंबई आए थे. परिवार का कहना है कि बेटी का शव इसलिए नहीं जलाया गया क्योंकि उन्हें पता था कि उनकी बेटी के साथ रेप हुआ है. 


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