मुंबई: महाराष्ट्र के मुंबई में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच अब बीएमसी उन बच्चों के सैम्पल्स इकट्ठा करने में लगी हुई है, जो कोरोना काल मे पॉजिटिव महिला के गर्भ से जन्में है. बीएमसी की ये नई मुहिम यह समझने के लिए की जा रही कि आखिर वैश्विक महामारी से ग्रस्त गर्भवती महिला से जन्मा नवजात शिशु आखिर कैसे नेगेटिव और स्वस्थ जन्मा है. इस रिसर्च की शुरुआत बीएमसी की ओर से शुरू की जा चुकी है. जिसके लिए अब तक 500 से अधिक नवजात बच्चों का सैंपल इकट्ठा किया जा चुका है.


बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में बताया, 'बीएमसी मुंबई में सभी ऐसे अस्पतालों से आंकड़ा जुटाने में लगी है जहां कोरोना संक्रमित महिलाओं ने स्वस्थ नवजात शिशु को जन्म दिया है. अब तक हमने 500 से सैंप्लस इकट्ठा कर लिया है.'


लिए 500 से ज्यादा सैंपल


काकानी ने बताया के कोरोना काल में नायर अस्पताल डिलीवरी के लिए प्रमुख केंद्र बनाया गया था. जहां बीमारी से खास सुरक्षा के लिए गर्भवती महिलाओं के लिए डिलीवरी को लेकर सुविधा की गई थी. नायर अस्पताल में अकेले 500 से अधिक ऐसी महिलाओं ने बच्चे को जन्म दिया था, जो कोरोना से ग्रस्त थी और बच्चे एकदम स्वस्थ और बीमारी से सुरक्षित पाए गए. अपने इस रिसर्च से हम इसके पीछे का कारण पता लगाना चाहते हैं. यदि भविष्य में कोई ऐसे बच्चों को लेकर हमारे समक्ष को ऐसी परिस्थिति उत्पन होती हो तो उसके लिए बीएमसी तैयार रहेगी.


सुरेश काकानी का कहना है कि ऐसे बच्चों के सैंपल्स इकट्ठा करने के लिए हमने एक महीने का लक्ष्य तय किया है. सैंपल्स जुटाने के बाद उन्हें ICMR में दूसरे उचित लैब्स में भेजा जाएगा. जहा इसके पीछे के कारण का पता लगाया जा सके.


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