अयोध्या: बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी (बीएमएसी) अगले हफ्ते बाबरी मस्जिद के अवशेष  (मलबे) पर दावा करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख करेगी. मुस्लिम पक्ष उस जगह से 1992 में गिराई गई बाबरी मस्जिद के अवशेष हटवाना चाहता है.


कमेटी के संयोजक जफरयाब जिलानी ने कहा, ‘’हमने अपने वकील राजीव धवन के साथ चर्चा की है और उनका भी विचार है कि हमें मस्जिद के अवशेष पर दावा करना चाहिए. लिहाजा हम अगले सप्ताह दिल्ली में बैठक कर प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे.’’


1992 में हुआ था बाबरी मस्जिद विध्वंस


6बाबरी विध्वंस मामला लखनऊ की स्पेशल कोर्ट में चल रहा है. बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद अयोध्या में दो मुकदमे दर्ज किये गये थे. एक मुकदमा मस्जिद विध्वंस की साजिश रचने का था जबकि दूसरा केस मस्जिद तोड़ने के लिए भीड़ को उकसाने का बना. दिसंबर 1992 को जब विवादित मस्जिद तोड़ दी गई थी, अयोध्या में हज़ारों नहीं लाखों कारसेवक देश भर से आए थे.


बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले के आरोपियों में प्रमुख रूप से बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, पूर्व सीएम और राज्यपाल कल्याण सिंह, सांसद साक्षी महाराज और बृजभूषण सिंह आरोपी हैं.


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