Blinkit Started Ambulance Services: क्विक कॉमर्स कंपनी ब्लिंकिट ने 10 मिनट में एंबुलेंस घर पर पहुंचाने की सेवा शुरू करने की बात कही है. इस मामले पर अब केंद्र सरकार की भी प्रतिक्रिया आई है. वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार (3 जनवरी, 2024) को कहा कि 10 मिनट की एम्बुलेंस सेवा शुरू करने वाली ब्लिंकिट जैसी 'क्विक-कॉमर्स' कंपनी, यानी कुछ ही मिनट में सामान पहुंचाने वाली कंपनियों को देश के कानून का पालन करना चाहिए. ब्लिंकिट ने गुरुवार (2 जनवरी, 2024) को पायलट आधार पर गुरुग्राम के चुनिंदा इलाकों में 10 मिनट की एम्बुलेंस सेवा शुरू की थी.
कंपनी के बयान के मुताबिक, उपयोगकर्ता ब्लिंकिट ऐप पर एम्बुलेंस बुलाने का विकल्प देख पाएंगे. कंपनी के फैसले के बारे में पूछने पर गोयल ने संवाददाताओं से कहा, ''ब्लिंकिट की ओर से एम्बुलेंस सेवाएं देने या दवाएं पहुंचाने के बारे में मेरा एकमात्र सुझाव यह होगा कि उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे देश के कानून का पालन करें और जो भी कानूनी आवश्यकताएं हैं, उनका ठीक से ध्यान रखें. देश के किसी भी कानून को नहीं तोड़ा जाना चाहिए.''
‘कानूनों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई हुई है,
छोटे खुदरा विक्रेताओं ने 'क्विक-कॉमर्स' या 'ई-कॉमर्स' कंपनियों के बारे में जो मुद्दे उठाए हैं, उनके बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि सरकार इस पर नजर रख रही है. गोयल ने कहा कि सीसीआई (भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग) ने पहले ही कुछ मामलों में कार्रवाई की है. उन्होंने कहा, ''जहां तक मुझे पता है, जिन कंपनियों ने कानूनों का उल्लंघन किया है और उनका दुरुपयोग किया है, उन पर कार्रवाई भी की गई है.''
‘हमने कभी दखल नहीं दिया’
कुछ यूनिकॉर्न स्टार्टअप के मूल्यांकन में भारी गिरावट के बारे में पूछने पर गोयल ने कहा कि ऐसे बहुत कम मामले हैं. उन्होंने कहा कि बाजार की ताकतें मूल्यांकन निर्धारित करती हैं और सरकार उसमें हस्तक्षेप नहीं करती है. उन्होंने कहा, ''हमने न तो तब हस्तक्षेप किया, जब जेप्टो तीन साल से कम समय में यूनिकॉर्न बन गयी और न ही हमने तब हस्तक्षेप किया जब किसी का मूल्य गिर गया. यह कुप्रबंधन या वित्तीय विवेक की कमी के कारण हो सकता है.
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