जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के चुनावी घोषणापत्र में 'गोरखधंधा' शब्द पर रोक लगाने का वादा किया गया है. घोषणापत्र में कहा गया है कि अगर बीजेपी राजस्थान में फिर सत्ता में आई तो अनैतिक/ बुरे व गलत कार्यों के लिए 'गोरखधंधा' शब्द के इस्तेमाल पर रोक लगाई जाएगी. राज्य में 7 दिसंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी करते हुए बीजेपी ने कहा कि इस शब्द के इस्तेमाल से 'गुरु गोरखनाथ' के अनुयायियों की भावनाएं आहत होती है और इसलिए इसके इस्तेमाल पर रोक लगनी चाहिए.
पार्टी ने वादा किया है कि 'गोरखधंधा' शब्द के इस्तेमाल को दंडनीय अपराध बनाया जाएगा. बता दें कि केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, प्रकाश जावड़ेकर और राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पार्टी का घोषणापत्र जारी किया.
वहीं घोषणापत्र समिति के सदस्य ओंकार सिंह लखावत ने इस शब्द पर प्रतिबंध लगाने को उचित ठहराते हुए कहा, ''गुरु गोरखनाथ एक संत थे और इस शब्द का इस्तेमाल उनके अनुयायियों की भावनाओं को आहत करता है. इसलिए इस पर प्रतिबंध लगाया जाएगा.'
इसके अलावा पार्टी ने राजस्थान बोर्ड की पाठ्यपुस्तक में भी गोरखनाथ के बारे में पढ़ाने का वादा किया है. इसके अलावा योग और तंत्र से संबंधित गोरखनाथ के साहित्य की एक पुस्तकालय भी स्थापित की जाएगी. बता दें कि राजस्थान में जोधपुर नाथ समुदाय का मुख्य केंद्र है. गोरखनाथ एक हिंदू योगी और संत थे जिन्होंने देश में नाथ हिंदू मठवासी आंदोलन की स्थापना की थी.