सीतापुर: सीतापुर के एक बीजेपी विधायक ने राज्य में कोविड-19 के कारण उपजे हालात से निपटने के तौर तरीकों पर असंतोष जताते हुए आशंका व्यक्त की है कि ऐसा करने पर उन पर राजद्रोह का आरोप लगाया जा सकता है. सीतापुर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक राकेश राठौर एक कथित वीडियो में कहते सुने जा रहे है कि उत्तर प्रदेश सरकार अपने विधायकों की बात भी नही सुन रही है.

वायरल वीडियो में विधायक व्यंगात्मक लहजे में कहते है, 'सब बहुत अच्छा चल रहा है, हम तो यहीं कहेंगे, इससे बेहतर कुछ हो ही नही सकता. हम सरकार तो है नहीं, हम यह जरूर बता सकते है, जो सरकार कह रही है वह ही ठीक मानो. विधायकों की हैसियत क्या है? हम ज्यादा बोलेंगे तो देशद्रोह, राष्ट्रद्रोह हम पर भी तो लगेगा. क्या आपको लगता है कि विधायक अपनी बात कह सकते है सरकार से.'

विधायक शुक्रवार 14 मई को स्थानीय पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. स्थानीय पत्रकार विधायक से बढ़ते कोरोना मामलों के मद्देनजर सीतापुर ट्रामा सेंटर के खुलने के बारे में बात करने गये थे. उनसे जब बढ़ते कोरोना मामलों और अप्रभावी लॉकडाउन के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि सब बहुत अच्छा चल रहा है. इससे बेहतर कुछ हो ही नही सकता.

2016 में बना था ट्रामा सेंटर 

विधायक से पूछा गया कि जिले में ट्रामा सेंटर 2016 में बनकर तैयार हो गया था लेकिन अभी तक इसमें कामकाज शुरू नही हुआ. अगर यह बन जाता तो कोरोना मरीजों को आईसीयू की सुविधा यहीं मिल जाती. इस पर विधायक राठौर ने कहा, 'क्या आपको लगता है कि विधायक अपनी बात कह सकते हैं सरकार से.'

नौ मई को केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखकर अपने संसदीय क्षेत्र बरेली की स्थिति को लेकर शिकायत की थी और कहा था कि अधिकारी फोन नहीं उठाते और जिले के अस्पतालों से रोगियों को वापस भेज दिया जा रहा है. उन्होंने इस पत्र में बरेली में आॉक्सीजन सिलेंडरों की कमी और दवाओं की ऊंची कीमत को भी लेकर शिकायत की थी.

एक दिन बाद ही फिरोजाबाद से जसराना के बीजेपी विधायक रामगोपाल लोधी ने दावा किया था कि उनकी कोरोना से ग्रस्त पत्नी को आगरा के एक अस्तपाल में तीन घंटे तक भर्ती नहीं किया गया. इस संबंध में उन्होंने एक वीडियो जारी कर अपनी शिकायत बयां की थी.