Jitendra Tiwari Arrested: बीजेपी नेता और आसनसोल के पूर्व मेयर जितेंद्र तिवारी को नोएडा के यमुना एक्सप्रेसवे से पश्चिम बंगाल की पुलिस ने आसनसोल भगदड़ मामले में शनिवार (18 मार्च) को गिरफ्तार किया. जितेंद्र को पकड़ने के लिए आसनसोल दुर्गापुर कमिश्नर ने टीम बनाई थी. 


गिरफ्तारी पर पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि यह राजनीतिक स्टंट है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पुलिस जो कि टीचर की नौकरी बेचती है और करोड़ों रुपये लेती है साथ ही घोटाले करने वालों को नहीं पकड़ पाती. बंगाल पुलिस को उत्तर प्रदेश भेजा जाता है लेकिन उन्हें अपना राज्य नहीं दिखता. 


'राजनीतिक साजिश है'


मजूमदार ने कहा कि कंबल बांटने के दौरान तीन लोगों की भगदड़ में जान गई. जो कंबल लेने आए थे वो इतने अमीर हो गए कि आज हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में वकीलों को हायर कर रहे हैं. यह राजनीतिक साजिश है क्योंकि बनर्जी के पास लोगों का समर्थन नहीं रह गया है. 


क्या मामला है? 


आसनसोल में हुए कंबल बांटने के कार्यक्रम में एक बच्चे समेत तीन लोगों की जान गई थी. इसमें बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी इस प्रोग्राम में शामिल हुए थे, उनके जाने के बाद यहां तुरंत भगदड़ मच गई थी. इस दौरान पुलिस ने कहा था कि आयोजन करने वालों ने अनुमति नहीं ली थी. इसे जितेंद्र तिवारी ने करवाया था.


इसके बाद पश्चिम बंगाल पुलिस ने तिवारी के खिलाफ आईपीसी की धारा 304 और 308 के तहत केस दर्ज किया था. तिवारी पहले टीएमसी में ही थे, लेकिन विधानसभा चुनाव से पहले वो बीजेपी में आ गए. आए दिन टीएमसी और बीजेपी एक दूसरे पर विभिन्न मुद्दों को लेकर निशाना साधते रहते हैं. फिलहाल टीएमसी ने तिवारी की गिरफ्तारी को लेकर अभी कुछ नहीं कहा है. 


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