Deepak Joshi To Join Congress: मध्य प्रदेश में राज्य के पूर्व स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक जोशी ने कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की बात कही हैं. वो इस राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे हैं. इससे पहले उन्होंने सोमवार (1 मई) को संकेत दे दिया था कि वह कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के लिए तैयार हैं. उन्होंने शुक्रवार (5 मई) को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात को पुख्ता कर दिया है. इतना ही नहीं उन्होंने आगामी विधानसभा चुनावों में मौजूदा सीएम शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ चुनाव लड़ने का एलान किया है. 


भावुक हुए दीपक जोशी छलके आंसू...


मध्य प्रदेश में 3 बार के विधायक रहे दीपक जोशी ने 6 मई शनिवार को कांग्रेस ज्वाइन करने की बात दोहराई है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने इस बात का एलान किया है. मीडिया से बातचीत के दौरान वो काफी भावुक नजर आए और अपनी बात बताते वक्त उनकी आंखों से छलक आए. इस दौरान उन्होंने कहा, "मेरे पिताजी ने मुझे विरासत में कोई संपत्ति,कोई धन,कोई सोना चांदी नही दिया. मेरे पिताजी की विरासत उनकी ईमानदारी और उनकी कथनी और करनी में अंतर नहीं होना रहा है. मैं उस विरासत को ही आगे बढ़ा रहा हूं."


उन्होंने आगे कहा, " पिछले कुछ वक्त से घटनाक्रम चल रहा है, चाहे पार्टी में या चाहे सरकार में....चाहे वो भ्रष्टाचार का मामला हो,चाहे वो बाकी तरह की बंदरबांट का मामला हो. उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई." उन्होंने देवास जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार और  जिम्मेदारों की भी उसमें संलिप्तता का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, " मैं अपनी आवाज़ ऊपर तक पहुंचाऊंगा,और ऊपर तक अपनी आवाज़ पहुचाने के लिए मुझे कांग्रेस मिली है."



'मैं चुनाव नही लड़ना चाहता...'


उन्होंने कहा, "मैं सोदेबाज नहीं हूं इसलिए अभी मैंने चुनाव लड़ने के लिए साफ मना कर दिया है.  मैं चुनाव नही लड़ना चाहता हूं,लेकिन यदि कांग्रेस पार्टी को लगता है कि मुझे चुनाव लड़ना चाहिए तो मैं बुदनी से चुनाव लड़ने को तैयार हूं, क्योंकि माननीय शिवराज सिंह चौहान और मैंने लगभग समकालीन राजनीती में काम किया है ,मैं उनके दांव- पेंच को अच्छी तरह से जानता हूं,और इनके आधार पर ही मैं उनको चुनाव में परास्त करूंगा. इसका मुझे पूरा पूरा भरोसा है." 


वहीं बीजेपी के नेताओ से मिलने की बात पर दीपक जोशी ने कहा कि जो कॉलेज का प्रिंसपल है,वो अपने कॉलेज को ठीक से नही रख सके,जो कक्षा का मास्टर है,वो अपनी कक्षा के मास्टर को ठीक नही रख सके,जो टीम का कप्तान है,वो अपनी टीम को ठीक नही रख सके,तो उस तक पहुचने की ज़रूरत क्या है ?


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