केन्द्र सरकार की तरफ से लगाए गए कृषि सुधार संबंधी तीन कानूनों पर किसानों के भारी विरोध प्रदर्शन के बीच उनके समर्थन में बीजेपी नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री बीरेन्द्र सिंह आ गए हैं. बीरेन्द्र सिंह मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान ग्रामीण विकास मंत्री रहे हैं.


बीजेपी के सहयोगी रहे अकाली दल और आरएलपी के कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के आंदोलन का समर्थन करने के बाद अब सामने आए वीरेन्द्र सिंह ने कहा, मेरी विरासत ऐसी है कि मुझे किसानों के साथ खड़ा रहना है और आगे भी रहूंगा.


बीरेन्द्र सिंह ने आगे कहा कि इसका पार्टी से कोई लेना देना नहीं है. ये कोई पार्टी विरोधी काम नहीं है. उन्होंने कहा कि आंदोलन को लंबा खींचने की कोशिश ठीक नहीं है. सरकार और किसानों में तुरंत बातचीत होनी चाहिए.


बीरेंद्र सिंह सर छोटू राम के नाती हैं और छोटू राम का एपीएमसी और एमएसपी लागू करवाने में अग्रणी योगदान माना जाता है. बीरेन्द्र सिंह से जब कांग्रेस में वापसी का सवाल किया गया तो कहा- मेरी तबियत तीन सालों से ठीक नहीं है. बस किसानों के साथ खड़ा हूं.


गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजधानी और इसके आसपास आकर हरियाणा, पंजाब और अन्य जगहों से किसानों के प्रदर्शन का शुक्रवार को 23वां दिन है. किसान इस बात पर अड़े हैं कि केन्द्र तीनों नए कृषि कानूनों को वापस ले ले. हालांकि, सरकार कृषि संबंधी नए कानूनों में संशोधन को तैयार हुई लेकिन किसान संगठनों की तरफ से सरकार के इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया.