पटना: बिहार में नीतीश कैबिनेट की बैठक खत्म हो गई है. इस बैठक में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और उनके बड़े भाई और स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव भी शरीक हुए. कैबिनेट की बैठक के बाद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि मोदी सरकार महागठबंधन से डरी हुई है और शुरू से उसे गठबंधन को तोड़ने और बदमान करने में लगी है.


पिछड़ा कार्ड खेलते हुए तेजस्वी यादव ने अपने बचाव में कहा कि जिस वक्त का आरोप है उस वक्त वो बच्चा थे. उन्होंने कहा, "किस बात के लिए हमें सजा दी जा रही है. मैंने कोई गलत काम नहीं किया, 13, 14 साल का बच्चा राजनीतिक षड्यंत्र करेगा. अब जब मैं डिप्टी सीएम बना, सही काम कर रहा हूं तो फंसाया जा रहा है."


सीबीआई के जरिए एफआईआर दर्ज करने को लेकर तेजस्वी ने कहा कि मोदी और अमित शाह के इशारे केस किया गया है. उन्होंने कहा, "झूठे और फर्जी आरोप हैं. मैं अपनी बात लेकर जनता के बीच जाऊंगा. मोदी जी को मुंहतोड़ जवाब देने का काम करेंगे."


 तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू यादव से तो बीजेपी वाले डरते रहे हैं, लेकिन अब इस 28 साल के जवाब से भी डरते हैं.  उन्होंने साफ किया कि गठबंधन अटूट है.


हालांकि, कैबिनेट की बैठक के बाद नीतीश के बयान का इंतजार था, लेकिन बैठक से निकलने के बाद उन्होंने मीडिया से बात करने से ही गुरेज किया.


नीतीश की मुश्किल


मौजूदा संकट के बीच नीतीश ने कल 28 जेडीयू नेताओं के साथ घंटों चर्चा की. इस बैठक में नीतीश के चेहरे पर सरकार की छवि की चिंता साफ झलक रही थी. नीतीश कुमार की बैठक में 26 नेता नीतीश के साथ खड़े थे. उनका कहना था कि नीतीश को अपनी छवि से कोई समझौता नहीं करना चाहिए. जबकि दो नेता लालू के साथ महागठबंधन को जारी रखने के पक्ष में थे.