Partition Horrors Remembrance Day: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने देश के विभाजन के दर्द को याद करते हुए आज यानि 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' (Partition Horrors Remembrance Day) मनाया. इस दौरान बीजेपी ने देश भर में मौन मार्च (BJP Silent March) का आयोजन किया. दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) के साथ केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur), पीयूष गोयल (Piyush Goyal) और अन्य बीजेपी नेताओं ने 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के अवसर पर मौन मार्च में भाग लिया. 


इस मौन मार्च में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, जी किशन रेड्डी और अर्जुन राम मेघवाल ने भी भाग लिया. इस दिवस को लेकर बीजेपी ने 12 से 14 अगस्त तक विभिन्न कार्यालयों और अन्य स्थानों पर प्रदर्शनियों का आयोजन करने की भी योजना बनाई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने पिछले साल के स्वतंत्रता दिवस भाषण के दौरान घोषित किए जाने के बाद भारत पहली बार विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मना रहा है.


पीएम मोदी ने भी श्रद्धांजलि दी


पीएम मोदी ने भी देश के बंटवारे के दौरान हुए सांप्रदायिक दंगों में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने विभाजन से पीड़ित लोगों द्वारा दिखाए गए धैर्य की भी सराहना की. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, "आज 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' (Partition Horrors Remembrance Day) पर मैं उन सभी को श्रद्धांजलि देता हूं, जिन्होंने विभाजन के दौरान अपनी जान गंवाई, और हमारे इतिहास के उस दुखद दौर में पीड़ित सभी लोगों के धैर्य की सराहना करता हूं." अपने पिछले साल के स्वतंत्रता दिवस के भाषण में पीएम मोदी ने 14 अगस्त को "विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस" के रूप में मनाने की घोषणा की थी. 


यूपी के सीएम ने संवेदना व्यक्त की


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी विभाजन के दौरान जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "विध्वंसात्मक मजहबी मानसिकता के कारण हुए दुःखद भारत-विभाजन के दौरान लाखों निर्दोष नागरिकों ने अपनी जान गंवाई और करोड़ों नागरिकों को अमानवीय पीड़ा झेलनी पड़ी. आज 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' पर बलिदान हुए हुतात्माओं को विनम्र श्रद्धांजलि. उनके परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं."


गौरतलब है कि अंग्रेजों (British) से आजादी (Independence) मिलने के बाद 1947 में देश का विभाजन (Partition) हुआ था. तब मुस्लिम बहुल आबादी वाला एक नया देश पाकिस्तान (Pakistan) बनाया गया था. उस दौरान सांप्रदायिक दंगों (Riots) में बड़े पैमाने पर लोगों की जान गई थी और लाखों लोग विस्थापित हुए थे. 


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