कर्नाटक में एक कार्यक्रम के दौरान कुरान की आयतों के पाठ को लेकर एक बार फिर से राजनीतिक विवाद छिड़ गया है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) का कहना है कि जिस कार्यक्रम के मंच से कुरान की आयतों का पाठ किया गया, वह एक सरकारी कार्यक्रम था और इस विवाद को लेकर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं. इस कार्यक्रम को वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जो रविवार (5 अक्टूबर, 2025) को कर्नाटक के हुबली में आयोजित किया गया था.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो को लेकर भाजपा ने कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया है. भाजपा ने कहा कि वो एक सरकारी कार्यक्रम था और उसमें कुरान का पाठ कराया जाना हर तरीके से प्रोटोकॉल का उल्लंघन है. वहीं, कांग्रेस ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है और कहा कि यह कोई सरकारी कार्यक्रम नहीं था.
BJP विधायक ने राज्य के मुख्य सचिव को लिखा पत्र
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक और कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के उपनेता अरविंद बेल्लाड ने कहा, ‘यह एक सरकारी कार्यक्रम था. ऐसे में वे किसी इमाम को बुलाकर कुरान कैसे पढ़वा सकते हैं. सरकारी कार्यक्रम में कांग्रेस पार्टी के झंडे लगे थे. कार्यक्रम में शामिल अधिकारी भी पार्टी के कार्यकर्ताओं की तरह बर्ताव कर रहे थे.’
उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से वायरल हो रहे वीडियो को शेयर किया और इस घटना को कर्नाटक की कांग्रेस सरकार की ओर से सरकारी मंच का खुला दुरुपयोग करार दिया. उन्होंने कहा, ‘मैंने मुख्य सचिव शालिनी रजनीश को पत्र लिखा है और इस मामले में जांच और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है. अगर सरकार ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की, तो इस मुद्दे को आगामी विधानसभा सत्र में जोरदार तरीके से उठाया जाएगा.’
राज्य के मंत्री ने किया पलटवार
वहीं, कार्यक्रम में मौजूद राज्य मंत्री संतोष लाड ने कहा, ‘उन्होंने कार्यक्रम के सिर्फ एक वीडियो को देखा और दिखा रहे हैं. कार्यक्रम में कुरान का पाठ हुआ था, लेकिन इसके साथ ही हिंदू देवी-देवताओं के भजन और मंत्रों का भी पाठ हुआ था. हिंदू धर्म से जुड़े कई पाठ हुए. तो फिर उन्हें सिर्फ कुरान के आयतों के पाठ से ही आपत्ति क्यों है, यह मैं समझ नहीं पा रहा हूं.’
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