BJP vs RJD: बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और इससे पहले सी-वोटर का नया सर्वे सामने आया है. इस सर्वे के मुताबिक करीब 50 प्रतिशत लोग सरकार से नाराज हैं और बदलाव चाहते हैं. वहीं 22 प्रतिशत लोग सरकार से तो नाराज हैं, लेकिन बदलाव नहीं चाहते. 25 प्रतिशत लोगों ने साफ कहा कि वे न तो नाराज हैं और न ही सरकार बदलने के पक्ष में हैं.
सर्वे के आंकड़े बताते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की लोकप्रियता में भारी गिरावट आई है. 41 प्रतिशत लोग तेजस्वी यादव को अगला मुख्यमंत्री बनते देखना चाहते हैं जबकि मात्र 18 प्रतिशत लोग नीतीश कुमार को दोबारा सीएम पद पर देखना चाहते हैं. वहीं 15 प्रतिशत लोगों ने प्रशांत किशोर को, 8 प्रतिशत ने बीजेपी के सम्राट चौधरी को और 4 प्रतिशत लोगों ने चिराग पासवान को मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी पसंद बताया.
लोगों के लिए सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा क्या?
बिहार में इस बार चुनावी मुद्दों में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा बनकर उभरा है. 45 प्रतिशत लोगों ने इसे अपनी प्राथमिकता बताया. इसके बाद 11 प्रतिशत लोगों ने महंगाई को सबसे अहम मुद्दा माना जबकि 10 प्रतिशत लोगों के लिए बिजली, पानी और सड़कें प्राथमिकता हैं. केवल 4 प्रतिशत लोगों ने कृषि से जुड़े मुद्दों और भ्रष्टाचार पर वोट देने की बात कही.
एनडीए को होगा फायदा या नुकसान?
पिछले विधानसभा चुनावों में राजद ने 75 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी का दर्जा हासिल किया था जबकि बीजेपी ने 74 और जेडीयू ने 43 सीटों पर जीत दर्ज की थी. हालांकि मौजूदा सर्वे के अनुसार महागठबंधन को इस बार लोकसभा में केवल 5 से 7 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. वहीं एनडीए को 33 से 35 सीटें मिलने की संभावना बताई जा रही है जिससे उसके प्रदर्शन में बड़ा सुधार दिख रहा है.