Bihar Politics: बिहार की नई महागठबंधन की सरकार (Bihar Grand Alliance) ने बुधवार को अपना विश्वास मत प्राप्त कर लिया है. राज्य में दिनभर चली राजनीतिक गहमागहमी के बीच विधानसभा में हुए विश्वास प्रस्ताव नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) की नई सरकार के पाले में रही. विश्वास मत हासिल करने से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन में बुधवार को अपने पूर्व सहयोगी बीजेपी (BJP) पर प्रधानमंत्री (PM Face) बनने की उनकी महत्वाकांक्षाओं की अटकलों को लेकर निशाना साधा और कहा कि वह तो पहले भी सीएम नहीं बनना चाहते थे लेकिन सीएम उन्हें ही बनाया गया. अब वे "कुछ भी" नहीं बनना चाहते हैं. उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता का आह्वान किया.


नीतीश ने कहा-मैं तो सीएम बनने को ही तैयार नहीं था


नीतीश ने कहा कि "मैं 2020 के चुनाव में ही एनडीए (NDA)की तरफ से सीएम बनने के लिए तैयार नहीं था. मैंने कहा था कि बीजेपी ने अधिक सीटें जीती हैं, सीएम आपकी पार्टी से होना चाहिए सेकिन मुझ पर सीएम बनने के लिए बहुत दबाव डाला गया और अंत में मैं सीेएम बनने को तैयार हो गया. मुख्यमंत्री ने बुधवार को यह बयान विधानसभा के दो दिवसीय विशेष सत्र को संबोधित करते हुए दिया. सीएम ने कहा कि, "जो लोग कहते हैं कि मैंने गठबंधन से इसलिए हाथ खींच लिए हैं क्योंकि मैं कुछ बनना चाहता हूं, उन्हें मैं ये बता दूं कि मैं कुछ नहीं बनना चाहता."


आरसीपी सिंह पर नीतीश ने किया कटाक्ष


मुख्यमंत्री ने अपने पूर्व पार्टी सदस्य आरसीपी सिंह पर भी कटाक्ष किया, जिन्होंने हाल ही में जद (यू) से इस्तीफा दे दिया था और कहा था कि सीएम नीतीश पीएम बनने का सपना देख रहे हैं जो कभी पूरा नहीं होगा. नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने उन्हें जमीन से ऊपर उठाकर आसमान पर बैठाया था. मैं पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष था, लेकिन मैंने उन्हें अपनी पार्टी सौंप दी, उसका राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया. नीतीश ने कहा कि मेरी पार्टी के सदस्य मुझसे कहते थे कि कुछ गलत हो रहा है लेकिन मैंने उनकी बात नहीं सुनी."



प्रेस और सोशल मीडिया पर केंद्र सरकार का नियंत्रण


"2017 में, जब मैंने पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय दर्जा देने की मांग की, तो किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया. अब आप (केंद्र सरकार) अपने काम का विज्ञापन करने के लिए ऐसा ही करेंगे. सोशल मीडिया और प्रेस पर उनका नियंत्रण है. हर कोई केवल केंद्र के काम पर चर्चा कर रहा है." नीतीश ने अपने संबोधन में आरोप लगाया कि बीजेपी समाज में 'अशांति पैदा करती है' और विपक्ष देश के कोने-कोने का दौरा करेगा और लोगों को उनकी मंशा बताएगा. धर्म के आधार पर भेदभाव सहित सरकार द्वारा लागू की गई गलत नीतियों से समाज अब जागरूक हो चुका है.


बीजेपी विधायकों के वॉकआउट पर नीतीश ने कसा तंज


बिहार के सीएम ने आरोप लगाया कि वे "बापू को भी खत्म कर देंगे. हम एक साथ आए हैं. हम हर गांव के सामने सब कुछ सामने रखेंगे और समाज के हर वर्ग को इनकी चाल बताएंगे. उनका एकमात्र काम समाज में परेशानी पैदा करना है. जब सब एक साथ आएंगे, तो कोई भी उनके बारे में नहीं पूछेगा."


सत्र के दौरान, बिहार बीजेपी के कुछ विधायकों ने राज्य विधानसभा से वॉकआउट किया तो इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके खिलाफ बातें कहने के लिए उन्हें "आपके वरिष्ठ आकाओं से आदेश मिला होगा. आप सभी भाग रहे हैं? आपको अपनी पार्टी में तभी पद मिलेगा, जब आप मेरे खिलाफ बातें करेंगे."
बिहार विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव 26 अगस्त को होगा.


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