पटना: बिहार कांग्रेस में लालू यादव के नाम पर बगावत के आसार हैं. दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात करके लौटे कई विधायक चाहते हैं कि पार्टी बिहार में लालू का दामन छोड़े. खबर ये भी है कि कांग्रेस आलाकमान को लग रहा है कि बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चौधरी पार्टी तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, लिहाजा उनकी छुट्टी हो सकती है.

  • क्या बिहार में लालू यादव का साथ देने के नाम पर कांग्रेस में फूट हो रही है?
  • क्या बिहार में टूट की कगार पर है कांग्रेस पार्टी ?
  • क्या बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक चौधरी की छुट्टी हो सकती है ?
  • क्या कांग्रेस आलाकमान मानता है कि अशोक चौधरी पार्टी को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं?

ऐसे ही सवालों की वजह से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बिहार के तमाम विधायकों को मिलने के लिए दिल्ली बुलाया था, लेकिन दिल्ली में राहुल से मुलाकात करके लौटे कुछ कांग्रेस विधायकों ने गुरुवार को दो टूक कहा कि पहले लालू का झंडा ढोया, अब तेजस्वी ज़िंदाबाद नहीं कहेंगे.

चर्चा है कि इस फूट से नाराज़ कांग्रेस आलाकमान ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चौधरी को पार्टी तोड़ने की कोशिश का दोषी मानते हुए पद से हटाने का मन बना लिया है. लेकिन अशोक चौधरी को हटाए जाने की चर्चा से बागी विधायकों के तेवर और तीखे हो जाते हैं.

खबर ये है कि कांग्रेस के कई विधायक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ जाना चाहते हैं, लेकिन दलबदल कानून के कारण विधानसभा की सदस्यता न चली जाए इस डर से खुलकर सामने नहीं आ रहे. फिर भी उनकी बातों पर गौर करें तो दबा हुआ अंसतोष झलक ही आता है.

बिहार में कांग्रेस के अभी कुल 27 विधायक हैं. दल-बदल कानून के दायरे में आने से बचने के लिए कम से कम 18 विधायकों का एक साथ आना जरूरी है. लेकिन अब तक बागियों की संख्या 14 ही बताई जा रही है. यही वजह है कि कोई खुलकर सामने नहीं आ रहा है.  लेकिन कांग्रेस का ये अंदरूनी असंतोष कब तक दबा रहेगा, कहना मुश्किल है.