नई दिल्ली: एंटीगुआऔर बारबुडा के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने शुक्रवार को कहा कि भारत सरकार ने अब तक भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के मसले को लेकर उनसे संपर्क नहीं किया है. लेकिन उन्होंने इस मसले पर पूरा सहयोग करने का वादा किया है.मेहुल चोकसी को कैरीबियाई देश की नागरिकता मिल चुकी है. ब्राउन ने कहा कि चोकसी को उस समय नागरिकता मिली थी जब उनके खिलाफ कोई मुकदमा नहीं था. लेकिन आवेदन करते समय अगर उन्होंने कोई गलत सूचना दी होगी तो उनकी नागरिकता समाप्त हो सकती है. पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मुकदमे में अपने भांजा नीरव मोदी के साथ-साथ चोकसी भी वांछित हैं.चोकसी ने पिछले साल एंटीगुआ की नागरिकता ली. ब्राउन ने कहा. "पिछले साल अगस्त में जब उन्होंने आवेदन किया था उस समय उनके खिलाफ कोई अपमानजनक सूचना नहीं थी. भारत की एजेंसियों ने इंटरपोल को इस संबंध में कुछ लिखा है. इस तरह मेरे देश ने कुछ गलत नहीं किया है." उन्होंने कहा कि चोकसी ने आवेदन करते समय बताया था कि वह राजनीतिक उत्पीड़न के कारण भारत छोड़ चुके हैं और इस सच्चाई की पुष्टि के लिए जांच करवाई जाएगी. ब्राउन ने कहा कि भारतीय अधिकारियों को उचित प्रक्रिया का अनुपालन करना होगा और एंटीगुआ जांच करवाएगा. जिसके बाद नागरिकता समाप्त करने पर फैसला लिया जाएगा.

उन्होंने कहा. "मेरी सरकार (इस संबंध में)भारत सरकार की पूरी मदद करेगी."

मास्टर स्ट्रोक: 2017 में ही एंटीगुआ की नागरिकता ले चुका था मेहुल चौकसी ?