पुणे: माओवादियों से कथित संबंध रखने के मामले में पुणे सेशन कोर्ट ने मानवाधिकार कार्यकर्ता सुधा भारद्वाज को 6 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. सुधा भारद्वाज को पुणे पुलिस ने शुक्रवार की देर रात सूरजकुंड स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया था. इससे पहले पुणे की एक अदालत ने सुधा की जमानत याचिका खारिज कर दी थी जिसके बाद पुणे पुलिस की टीम ने उन्हें यहां गिरफ्तार किया था.





पुणे पुलिस सुधा भारद्वाज को गिरफ्तार कर सूरजकुंड थाने ले गई थी. सूरजकुंड थाने के एसएचओ विशाल कुमार ने बताया कि पुणे पुलिस ने मानवाधिकार कार्यकर्ता सुधा भारद्वाज की गिरफ्तारी के बारे में उन्हें सूचना दे दी थी. उल्लेखनीय है कि सुधा भारद्वाज भीमा-कोरेगांव में हुई हिंसा के मामले में आरोपी हैं. बताया जा रहा है कि गिरफ्तारी से पहले ही सुधा भारद्वाज के घर के बाहर तैनात फरीदाबाद पुलिस के जवानों को हटा लिया गया था. गौरतलब है कि एक जनवरी 2018 को पुणे के पास भीमा-कोरेगांव लड़ाई की 200वीं वर्षगांठ पर एक समारोह आयोजित किया गया था, जहां हिंसा होने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.





इस बीच शनिवार को सुधा भारद्वाज ने पुलिस हिरासत में रहने के दौरान फाइव स्टार जैसी सुविधाओं की मांगा की थी जैसी भगोड़े विजय माल्या ने मांगी थी.