S Jaishankar: विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर शनिवार को नई दिल्ली में फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) के 96वें सालाना सम्मेलन में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने भारत शब्द को परिभाषित किया और कहा कि आज हम जो भी यह उसको दर्शाता है.


उन्होंने कहा, "मेरे लिए भारत एक विश्वास और एक दृष्टिकोण है. मेरे लिए भारत का एक इकोनोमिक डाइमेंशन है और इसके अपने राजनीतिक अर्थ भी हैं. इसकी  संस्कृति है और एक समाज भी है. इतना ही नहीं यह व्यक्तिगत अभिव्यक्ति भी है." 


एस जयशंकर ने बताया भारत का मतलब
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक विदेश मंत्री ने कहा, "भारत शब्द का अर्थ किसी को भी खुद को परिभाषित करने की अनुमति नहीं देना है. इसलिए खुद को परिभाषित करने की कोशिश करें. भारत शब्द प्रतीकात्मकता से भरा हुआ है. एक व्यक्ति के रूप में वास्तव में आज हम जो कुछ भी है, यह उसको दर्शाता है."


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी हुए शामिल
इससे पहले कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कारोबारी नेताओं से 21वीं सदी को भारत की सदी बनाने के लिए सरकार के साथ सहयोग करने का आह्वान किया था. सम्मेलन में राजनाथ सिंह ने कहा, "भारत एक वैश्विक विकास इंजन के रूप में उभरा है और दुनिया को एक नई दिशा प्रदान कर रहा है." 


'भारतीयों की कड़ी मेहनत'
उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत के विकास की कहानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में एक अरब से अधिक भारतीयों की कड़ी मेहनत और क्षमता का परिणाम है. रक्षा मंत्री ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि सरकार की परिवर्तनकारी नीतियों और कार्यक्रमों ने भारतीय विकास की कहानी को शक्ति दी है, जिसके विभिन्न पहलू आज की दुनिया को आकार दे रहे हैं.


उन्होंने कहा भारत ने प्रतिबद्धता जताई है कि उसका विकास पर्यावरणीय को नुकसान पहुंचा कर नहीं होगा. हमने हरित विकास का रास्ता चुना है. हमने पेरिस समझौते पर हस्ताक्षर किए.  हमने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन बनाया है. हमने स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए पहल की है. हमने सकल घरेलू उत्पाद की उत्सर्जन तीव्रता को भी कम कर दिया है.


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