Bengal SSS Scam: सीबीआई पश्चिम बंगाल (West Bengal) के कैबिनेट मंत्री पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) से एसएससी भ्रष्टाचार (SSS Scam) मामले में एक बार फिर पूछताछ करेगी. पूर्व न्यायाधीश रंजीत कुमार बाग के नेतृत्व में जांच समिति द्वारा कलकत्ता हाई कोर्ट (Calcutta High Court) के समक्ष प्रस्तुत रिपोर्ट में तत्कालीन शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के नाम का उल्लेख किया गया था. 


रिपोर्ट के आधार पर हाई कोर्ट ने सीबीआई को निर्देश दिया कि वो इस तथ्य का पता लगाने के लिए शिक्षा मंत्री से पूछताछ करें. साथ ही कहा कि, स्कूल सेवा आयोग में भारी भ्रष्टाचार के पीछे अदृश्य प्रभावशाली राजनीतिक व्यक्ति का हाथ है. हालांकि मंत्री पार्थ चटर्जी ने एकल पीठ के इस आदेश को चुनौती देते हुए हाई कोर्ट की खंडपीठ का दरवाजा खटखटाया लेकिन जस्टिस हरीश टंडन और रवींद्रनाथ सामंत की खंडपीठ ने उसी दिन उनकी अर्जी पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया.


करीब साढ़े तीन घंटे तक चली पूछताछ


अंतत: मौजूदा उद्योग मंत्री को गत बुधवार की शाम निजाम पैलेस में सीबीआई के जांच अधिकारी के समक्ष पेश होना पड़ा. माननीय हाई कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए शाम करीब 6 बजे के करीब पश्चिम बंगाल के टीएमसी नेता और दिग्गज मंत्री निजाम पैलेस पहुंचे. पिछले बुधवार को सीबीआई ने उनसे करीब साढ़े तीन घंटे तक पूछताछ की. पूछताछ के बाद मंत्री पार्थ चटर्जी मुस्कुराते हुए चेहरे के साथ निजाम पैलेस से चले गए हालांकि उन्होंने कैमरे पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया. लेकिन सीबीआई का दावा है कि शिक्षा मंत्री के जवाबों में कई विसंगतियां थीं उन्होंने कुछ सवालों के जवाब भी नहीं दिए.


कुछ अहम सवालों को पार्थ चटर्जी ने किया था नजरअंदाज


सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, पार्थ चटर्जी ने कुछ अहम सवालों को 'मुझे अब और याद नहीं' का जवाब देकर नजरअंदाज करने की कोशिश की. इन सभी महत्वपूर्ण सवालों को स्पष्ट करने के लिए सीबीआई ने बुधवार को स्कूल सेवा आयोग में कथित भ्रष्टाचार के मामले में पार्थ चटर्जी को निजाम पैलेस में पेश होने के लिए एक और नोटिस जारी किया.


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